प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कई केंद्रीय मंत्रियों के विभागों में बदलाव किए हैं। रेल मंत्री पीयूष गोयल को वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। स्मृति ईरानी से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय वापस ले लिया गया है। इसी मंत्रालय में राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर को अब इस मंत्रालय की स्वतंत्र रूप से जिम्मेदारी सौंपी गई है। के. अल्फोंस से भी सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्यमंत्री की जिम्मेदारी वापस ली गई है।देर रात राष्ट्रपति भवन ने मंत्रियों के नए विभागों को मंजूरी प्रदान की। दरअसल, सोमवार को ही अरुण जेटली का एम्स में गुर्दा प्रत्यारोपण हुआ है। इसलिए उन्हें लंबे समय तक आराम की जरूरत होगी। उनके स्वस्थ होने तक वित्त मंत्रालय का कार्यभार रेल मंत्री पीयूष गोयल के जिम्मे होगा।
विभागों के फेरबदल में सबसे बड़ा फैसला स्मृति से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय वापस लेने को माना जा रहा है। पिछले दिनों स्मृति द्वारा पत्रकारों से जुड़े नियमों को लेकर खासा विवाद हुआ था। पीएमओ के हस्तक्षेप के बाद नियम को वापस लिया गया था। इसमें फेक न्यूज प्राकशित करने पर पत्रकारों की मान्यता रद्द करने का प्रावधान किया गया था। इसके अलावा भी महकमे में कई फैसलों जैसे पीआईबी अफसरों के तबादले, प्रसार भारती से टकराव आदि कारणों से विवाद पैदा हुए थे।
स्मृति के पास सूचना प्रसारण के अलावा कपड़ा मंत्रालय का भी जिम्मा है। लेकिन अब आगे उनके पास सिर्फ कपड़ा मंत्रालय की ही जिम्मेदारी रहेगी। उनके लिए यह फैसला एक बड़ा झटका है, क्योंकि पूर्व में उनसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी भी वापस ली जा चुकी है। राज्यवर्धन सिंह राठौर जो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्यमंत्री थे और खेल मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार का जिम्मा देख रहे थे, अब सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रभार भी स्वतंत्र रूप से संभालेंगे। उनके लिए यह अच्छी खबर है। राठौर के पास दो मंत्रालयों का स्वतंत्र प्रभार अब हो गया है। इसी प्रकार एस. एस. आहलूवालिया को सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग में राज्यमंत्री नियुक्त किया गया है। जबकि अभी तक वे स्वच्छा एवं पेयजल विभाग के राज्यमंत्री का कार्य देख रहे थे। वहीं अल्फोंस से इस मंत्रालय की जिम्मेदारी वापस ले ली गई है।
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