राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने शनिवार को अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) और शिवसेना की धर्मसभा के मद्देनजर किये गये सुरक्षा प्रबन्धों पर संतोष जाहिर किया, मगर निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद इतनी बड़ी भीड़ जमा करने की मंशा पर सवाल भी उठाये। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग तेज करने के लिये शिवसेना और विहिप ने अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किये हैं। इसके लिये अयोध्या में सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किये गये हैं। शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिये ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
अयोध्या मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी ने सुरक्षा प्रबन्धों पर संतोष जाहिर किया, मगर कहा कि अगर किसी को मंदिर-मस्जिद के मुद्दे पर कोई बात कहनी है तो उसे दिल्ली या लखनऊ जाना चाहिये। अंसारी ने अयोध्या में धर्म सभा के नाम पर भीड़ जमा करने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा उन्हें विधान भवन या संसद का घेराव करना चाहिये और अयोध्या के लोगों को सुकून से रहने देना चाहिये। इकबाल अंसारी ने अयोध्या में सुरक्षा बंदोबस्त करने के लिये प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तरीफ की और कहा कि वह सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से संतुष्ट हैं। मालूम हो कि विश्व हिन्दू परिषद की धर्म सभा से एक दिन पहले अयोध्या को सुरक्षाबलों ने किले में तब्दील कर दिया है। बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है। निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे लगाये गये हैं।
अयोध्या में शांति सुनिश्चित करने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, दस अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किये गये हैं।
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