समय न्यूज़ 24 डेस्क : - लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ाने के लिए साइबर अपराधी तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. ओटीपी और फिशिंग अब पुरानी बात हो गयी. इससे एक कदम आगे बढ़कर साइबर अपराधियों ने मोबाइल चोरों से हाथ मिला लिया है.साइबर अपराधी चोरी के मोबाइल से पीड़ित का बैंक एकाउंट खाली कर रहे हैं. ऐसे दर्जनों मामले धनबाद और इसके आस-पास के इलाके में सामने आये हैं. यदि मोबाइल चोरी हो जाये, तो सबसे पहले क्या करें और कैसे अपनी गाढ़ी कमाई बचायें.
मोबाइल का लॉक तोड़ देते साइबर फ्रॉड :- अब तक मोबाइल चोरी की घटना सामान्य मानी जाती थी, लेकिन अब साइबर अपराधियों के लिये यह वरदान साबित हो रहा है. आम से लेकर खास लोग तक एंड्राइड मोबाइल का उपयोग करते हैं. इसमें मोबाइल बैंकिंग का भी इस्तेमाल किया जाता है. इसी का फायदा साइबर अपराधी उठाते हैं. वे चोरी का मोबाइल खरीदते हैं और उसका लॉक तोड़कर बैंक एकाउंट खाली कर देते हैं.
चोरों को मिलती है मोबाइल की अच्छी कीमत :- शब्जी मंडी, हाट बाजार, ऑटो, स्टेशन व बस स्टैंड पर चोर यात्रियों का मोबाइल चुराते हैं और साइबर अपराधियों के पास जाकर ऊंची कीमत में बेच देते हैं. जानकार बतातें है कि यदि किसी के खाता में एक लाख रुपये से ज्यादा है, तो मोबाइल चोर को मोबाइल के कीमत को छोड़ उसे उस राशि का 20 प्रतिशत दिया जाता है और बाकी का राशि साइबर अपराधी उड़ाकर अपने पास रख लेते हैं.
चार माह पहले ही सरायढेला गोसाईंडीह बैंक कॉलोनी में रहने वाले पप्पू गुप्ता का मोबाइल स्टील गेट सब्जी बाजार से चोरी हुआ. इसके बाद साइबर अपराधियों ने उनके खाते से लगभग 1.10 लाख रुपये उड़ा लिये. इसी तरह की घटना हीरापुर के शंकर गोस्वामी के साथ हुई. हीरापुर हटिया में मोबाइल चोरी हुई और उसके खाता से 80 हजार रुपया की निकासी हो गयी.
मोबाइल चोरी हो तो तुरंत संचार साथी की ले मदद
– खोये या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने की सुविधा
– मोबाइल फोन को ब्लॉक करने की सुविधा
– मोबाइल फोन की जानकारी को ऑनलाइन चेक करने की सुविधा- मोबाइल फोन की सुरक्षा के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करना
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