समय न्यूज़ 24 डेस्क धनबाद : संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज (3 फरवरी) चर्चा में हिस्सा लिया। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत 'मेक इन इंडिया' का जिक्र करते हुए किया।कहा कि देश की मैन्युफैक्चरिंग 60 साल में सबसे निचले स्तर पर है। राहुल गांधी ने मेक इन इंडिया का जिक्र करते हुए फोन दिखाया और कहा कि भले ही हम कहें कि ये भारत में बना है लेकिन इसके पार्ट्स चीन से आए हैं और यहां असेंबल किया गया है। हमने कंजप्शन पर फोकस किया, जिसकी वजह से असमानता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि दुनिया पूरी तरह से बदल रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया की जो बात की, वह अच्छा आइडिया है। लेकिन मैन्युफैक्चरिंग फेल रही है। हम प्रधानमंत्री पर दोषारोपण नहीं कर रहे, पीएम ने कोशिश की, ये आइडिया सही था लेकिन वे फेल रहे हैं।इसके बाद राहुल गांधी ने कुछ ऐसा बोल दिया, जिसपर संसद में सरकार पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच बहस बहस हो गई। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर को तीन बार अमेरिका भेजा गया ताकि प्रधानमंत्री को वहां आने का न्योता मिल सके। राहुल गांधी की इस बात सत्ता पक्ष भड़क गया।
केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने राहुल गांधी के बयान पर कड़ी आपत्ति जाहिर की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की ऐसी बयानबाजी नहीं चलेगी। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा,"आप जो बोल रहे हैं, उसके तथ्यों को सदन के पटल पर रखना होगा।"
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