कोरोना संकट के बीच रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है. एक जून से रेल सेवा की आशिंक बहाली होने जा रही है. रेलवे 200 पैसेंजर्स ट्रेनों की शुरुआत करेगा. इसके लिए गुरुवार (21 मई) से बुकिंग शुरू हो जाएगी. आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर गुरुवार सुबह 10 बजे से बुकिंग शुरू होगी. तत्काल या प्रीमियम तत्काल की सुविधा नहीं होगी. कंफर्म टिकट होने पर ही स्टेशन पर एंट्री मिलेगी.
रेलवे की ये विशेष सेवाएं मौजूदा श्रमिक और स्पेशल एसी ट्रेनों के अतिरिक्त होंगी. ये ट्रेनें पूरी तरह से एसी और नॉन एसी की तरह आरक्षित होंगी. जनरल कोच में बैठने के लिए आरक्षित सीटें होंगी. ट्रेन में कोई भी अनारक्षित कोच नहीं होगा. किराया सामान्य होगा और जनरल कोच आरक्षित होने के नाते (2 एस) का किराया लिया जाएगा और सभी यात्रियों को सीट प्रदान की जाएगी.
वहीं, अब श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए रेल मंत्रालय को किसी भी राज्य की इजाजत लेने की जरूरत नहीं होगी और फैसला लेने का पूरा अधिकार रेल मंत्रालय के पास होगा. इससे फैसले के बाद अब रेलवे को राज्यों की अनुमति का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और केंद्र ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें चला सकेगा, जिसमें पहले के मुकाबले ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे.
केंद्र की ओर से जारी किए गए SOP के तहत राज्य प्रभारी अधिकारियों को चिह्नित करेगा और प्रवासियों को भेजने या लाने के लिए आवश्यक व्यवस्था करेगा.
दरअसल, अभी तक होता ये आया है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाने के लिए दोनों राज्यों की सहमति का होना जरूरी था. यानी जिस राज्य से प्रवासी चलेंगे उस राज्य को जिस राज्य में प्रवासी लौटना चाहते हैं उसकी सहमति लेनी होती थी और ट्रेन के प्रस्थान से पहले इसकी एक कॉपी रेलवे को उपलब्ध करानी होती थी. इससे राज्यों की आनाकानी के कारण ज्यादा संख्या में ट्रेनें नहीं चल पाती थीं.
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