अयोध्या में जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामला सुप्रीम कोर्ट द्वारा नई बेंच के पास भेजने के फैसले के बाद नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की तरफ से चौंकाने वाला बयान आया है। अब्दुल्ला ने कहा कि इस मुद्दे को लोगों के साथ टेबल पर चर्चा कर सुलझाया जाना चाहिए। इसे कोर्ट कोर्ट में घसीटने की क्या जरूरत है। मुझे पूरा यकीन है बातचीत के जरिए से इसे सुलझाया जा सकता है। भगवान राम पूरी दुनिया के हैं, सिर्फ हिंदुओं के नहीं। उन्होंने कहा, 'भगवान राम से किसी को बैर नहीं है और होना भी नहीं चाहिए। कोशिश करनी चाहिए मामले को सुलझाने की और बनाने की। जिस दिन यह हो जाएगा, मैं भी एक पत्थर लगाने जाऊंगा।
गौरतलब कि इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि उसके द्वारा गठित एक उपयुक्त पीठ राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मालिकाना विवाद मामले की सुनवाई की तारीख तय करने के लिए 10 जनवरी को आदेश देगी।
|