होली से पहले देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और पीएनबी समेत 4बैंकों ने कर्ज महंगा कर दिया। एसबीआई ने एक साल की अवधि के लिए मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) 0.20%और तीन साल के लिए 0.25%बढ़ाया है। इसके अलावा, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने 0.10%की बढ़ोतरी की। बैंकों के इस फैसले के बाद होम से लेकर ऑटो, बिजनेस लोन महंगे हो जाएंगे। बैंकों की ओर से बढ़ाई गई दरें 1मार्च से लागू हो गई हैं।
किन पर तुरंत होगा असर
जो भी नए कस्टमर बैंक से लोन लेने जाएंगे, उन्हें अब एक मार्च से कर्ज महंगा मिलेगा। इसके अलावा जिन कस्टमर के लोन फ्लोटिंग रेट पर हैं, उनकी ईएमआई बढ़ जाएगी।
हालांकि जिन लोगों ने एक साल, 2 साल और 3 साल के फिक्सड मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) रेट पर कर्ज लिया है, उनकी ईएमआई तुरंत नहीं बढ़ेगी। लोन पीरियड के आधार पर ईएमआई बाद में बढ़ेगी।
बेस रेट पर लोन लेने वालों की नहीं बढ़ेगी ईएमआई
जिन लोगों ने बेस रेट पर लोन लिया है, उनके लोन की ईएमआई पर कोई असर नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि एसबीआई और पीएनबी ने सिर्फ एमसीएलआर की दर को बढ़ाया है। बेस रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।
एसबीआई ने गुरुवार को अपने एमसीएलआर की दरों में इजाफा करने का एलान किया है। इसकी वजह से होम, कार, टू-व्हीलर लोन आदि की ईएमआई मे बढ़ोतरी हो जाएगी।
एसबीआई ने अप्रैल 2016 के बाद पहली बार बढ़ाया एमसीएलआर
एसबीआई ने अप्रैल 2016के बाद पहली बार एमसीएलआर में इजाफा किया है। अप्रैल 2016से ही रिजर्व बैंक ने एमसीएलआर शुरू किया था। इससे पहले बुधवर को एसबीआई ने फिक्स्ड डिपॉजिट और टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। अलग-अलग मैच्योरिटी की 9एफडी पर ब्याज दरों में 0.10%से 0.50%तक की बढ़ोतरी की गई है। एक करोड़ रुपए से कम के डिपॉजिट पर बढ़ाईं गईं हैं।
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