रसोई गैस पर सब्सिडी की फिर पुरानी व्यवस्था लागू होगी। 1 जनवरी 2019 से उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर के लिए 1000.50 रुपए नहीं, बल्कि 516.84 रुपए ही देने होंगे।सब्सिडी की राशि उपभोक्ताओं के खाते में नहीं आएगी। यह सीधे पेट्रोलियम कंपनियों को दी जाएगी। केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत गरीब लाभार्थियों को गैस सिलेंडर के लिए एकमुश्त 1000 रुपए से अधिक देने में कठिनाई को देखते हुए यह कदम उठाया है। पेट्रोलियम मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक नई व्यवस्था में सिलेंडर बुक होने के बाद उपभोक्ताओं के मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा। घर पर गैस सिलेंडर पहुंचाने वाले को वह ओटीपी देनी होगी। यह ओटीपी जैसे ही सॉफ्टवेयर में डालेगा, सब्सिडी की राशि सीधे कंपनी के खाते में चली जाएगी। इसके लिए नया सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। यह एक जनवरी से काम करने लगेगा।
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