चतरा : झारखण्ड सरकार द्वारा ग्राम विकास एवंआदिवासी विकास समिति गठन कर पंचायतो के अधिकार कम किये जाने के फैसले के विरोध मे आज चतरा जिला मुखिया संघ के लोगों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास की शव यात्रा निकाली. मुख्यमंत्री रघुवर दास की शव यात्रा विकास भवन से निकलकर शहर का भ्रमण करते हुये केशरी चौक पर पहुंची. जहां हिंदू रीति-रिवाज का अनुसरण करते हुए मुख्यमंत्री के पुतले का दाह-संस्कार किया गया. दाह संस्कार के दौरान मुखिया संघ के सचिव इमदाद हुसैन ने अपना सर मुंडवाकर मुख्यमंत्री के पुतले को मुखाग्नि दी.इतना ही नहीं मुखिया संघ के द्वारा बारह दिनों के बाद दशकर्म मनाने के निर्णय लिया गया है.
दशकर्म में चतरा जिले के सभी 154 पंचायतों के मुखिया अपने-अपने पंचायतों में श्राद्धकर्म आयोजित कर ब्रहाम्भोज के माध्यम से लोगों को खाना खिलाएंगे और ब्राह्मणों को दान देंगे. शव यात्रा मेंउपस्थित सभी पंचायतो के मुखियाओं ने झारखण्ड सरकार के पंचायती राज विभाग के संकल्प के निर्देश में पुनः ग्राम विकास एवं आदिवासी विकास समिति गठन को पूर्ण तरीके से गैर संवैधानिक बताया है.पंचायत प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से इस तुगलकी फैसले को वापस लेने का मांग की है. ग्राम विकास एवं आदिवासी विकास समिति गठन फैसले को वापस नहीं लेने पर मुखिया संघ के लोगों ने आगे उग्र आंदोलन की चेतावनी रघुवर सरकार को दी है.
मुखिया संघ के अध्यक्ष अक्षयवट पाण्डेय ने बताया,कि संविधान के तिहत्तरवें संसोधन का मुख्य उद्धयेश ग्राम स्तर पर स्थानीय स्व-शासन स्थापित करना है,जिससे जनता की प्रत्यक्ष भागीदारी ग्राम सभा के माध्यम से हो और प्रत्येक पंचायत के जनप्रतिनिधि ग्राम सभा के निर्णयो के अनुरूप कार्य कर सके
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