चतरा : ईटखोरी थाना क्षेत्र के राजा केंदुआ गांव में दुष्कर्म के बाद नाबालिग की जलाकर हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर राजा केंदुआ गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इतना ही नहीं गांव में डीएसपी मुख्यालय पीताम्बर सिंह खैरवार व एसडीपीओ सिमरिया प्रदीप कच्छप समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान कैम्प कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर व अनुमंडल अधिकारी राजीव कुमार ने भी देर शाम गांव में जाकर पीड़ित परिवार से पूछताछ किया है। इधर घटना के बाद से सभी आरोपी गांव छोड़कर फरार हैं। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सभी संभावित स्थानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। मौके पर एसपी ने परिजनों को अपराधियों को सख्त से सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में अपराधी बक्से नहीं जाएंगे। मामले को ले पीड़ित परिजनों के लिखित शिकायत पर ईटखोरी थाना में गांव के बारह लोगों के विरुद्ध दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इधर डीसी के निर्देश पर रात करीब दस बजे अधिकारियों की एक विशेष टीम भी मौके के लिए रवाना हुई है। डीसी ने तत्काल राहत के तहत एक लाख रुपये का चेक अधिकारियों के माध्यम से पीड़ित परिवार को भिजवाया है। इसके अलावे उपायुक्त ने श्राद्ध कार्यक्रम में भी पीड़ित परिवार को सहयोग करने की घोषणा की है।
तुगलकी फरमान सुनाने वाले पंचायत प्रतिनिधियों पर कार्रवाई कब
बलात्कार और उसके बाद हत्या जैसी घिनौनी और जघन्य वारदात पर पर्दा डालते हुये जिस तरह पंचायत की मुखिया तिलेश्वरी देवी और पंचायत समिति सदस्य रंजय रजक ने एक लड़की की अस्मत की कीमत महज पचास हजार लगाकर अपराधियो का मनोबल बढा दिया वही,पुरे मामले मे दोनो उतने ही कसूरवार है,जितने बलात्कार और हत्या के आरोपी । ऐसे मे अब जरुरत इस बात की है,पुलिस आरोपी पर कार्यवाई करने के साथ-साथ वैसे पंचायत प्रतिनिधियो पर भी करवाई कर जेल के सलाखो के पीछे भेजे जो अपने तुगलकी फरमान से समाज को दशा और दिशा विहीन करते है |
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