सुजवां आर्मी कैंप में हुए आतंकी हमले में 6 जवान शहीद हो गए. इन 6 में से एक शहीद मोहम्मद अशरफ मीर की अंतिम यात्रा आज जब उनके घर कुपवाड़ा में निकाली गई तो आस पड़ोस के गांवों के हजारों लोगों का सैलाब सड़कों पर उतर आया. इसके अलावा अनंतनाग और त्राल में भी शहीदों की यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. शहीद के लिए परिवार वाले, दोस्त रिश्तेदार, पड़ोसी, और जाने अनजाने तमाम लोग, रोते बिलखते, आंसू बहाते दिखे. इस भीड़ में ज्यातार लोगों का अशरफ मीर से सीधा ताल्लुक नहीं था. लेकिन देश के लिए मर मिटने वाला जवान को पूरा शहर अपना मान रहा था. दुख की इस घड़ी में गुस्सा भी उफन रहा था. गुस्सा उस पाकिस्तान के लिए जो सालों से कश्मीर में दहशत की साजिशें रच रहा है. कुपवाड़ा के लोगों ने अपने जवान की शहादत के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए पाकिस्तान मुर्दाबादके नारे भी लगाए. लोगों में पाकिस्तान को लेकर इस तरह का गु्स्सा दिखा कि अगर ये गुस्सा आतंक प्रेमी' पाकिस्तान के आलाकमान देख लेंगे तो होश ठिकाने हो जाएंगे. यहीं सुंजवां हमले में शहीद जवानों 6 जवानों में पांच कश्मीरी थे. गौरतलब है कि सुंजवां आर्मी कैंप पर आतंकी हमले के बाद इस मुठभेड़ में सेना के 6 जवान शहीद हुए हैं और जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए.
|