टिकाऊ उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियां त्योहारी सीजन के बाद अपने उत्पादों की कीमतें बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। इसलिए अगले महीने यानी दिसंबर से टीवी और घरेलू उपकरण महंगे हो सकते हैं। दरअसल, त्योहारी सीजन में बिक्री को देखते हुए कंपनियों ने बढ़ी लागतों का बोझ ग्राहकों पर डालने के बदले खुद अस्थायी रूप से वहन किया। डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट और सीमा शुल्क में वृद्धि से इन उत्पादों की लागत बढ़ी है।
रुपये में गिरावट और सीमा शुल्क में वृद्धि से बढ़ी है उत्पादों की लागत
पैनासोनिक इंडिया अपने उत्पादों की कीमतें सात फीसदी तक बढ़ाने की तैयारी में है, जबकि कुछ अन्य कंपनियां पहले ही कीमतें बढ़ा चुकी हैं। हालांकि, सोनी जैसी कंपनियों की फिलहाल कीमतों में बदलाव करने की कोई योजना नहीं है। सोनी इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि अपने टीवी की कीमतों में बदलाव करने की हमारी कोई योजना नहीं है।
5-7 फीसदी होगी वृद्धि
पैनासोनिक इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ मनीष शर्मा का कहना है कि बाजार के हालात के मद्देनजर अगने महीने से इन वस्तुओं की कीमतों में 5-7 फीसदी तक वृद्धि करनी होगी। वहीं, हायर इंडिया के प्रेसिडेंट एरिक ब्रेगेंजा ने कहा कि भारत में ओणम से लेकर दिवाली तक चलने वाली त्योहारी सीजन में कुल बिक्री की एक तिहाई बिक्री होती है। इसके मद्देनजर हमने सुनिश्चित किया कि त्योहारी सीजन के बाद ही कीमतें बढ़ाई जाएंगी।
सितंबर में लागू नहीं हुई थीं बढ़ी कीमतें
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और उपकरण निर्माता संघ के प्रेसिडेंट और गोदरेज अप्लायंसेस के बिजनेस हेड कमल नंदी का कहना है कि सितंबर में एमआरपी में 3-4 फीसदी की वृद्धि हुई थी, जिसे उस वक्त लागू नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि केरल में बाढ़ के कारण ओणम में उम्मीद के मुताबिक बिक्री नहीं हुई थी। अब त्योहारी सीजन खत्म हो गया है, इसलिए ब्रांड धीरे-धीरे कीमतों में वृद्धि कर रहे हैं। इसे नवंबर और दिसंबर में लागू किया जाना चाहिए।
टीवी-एसी की बिक्री में गिरावट
रुपये में गिरावट से इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में वाशिंग मशीन को छोड़कर उपभोक्ता उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में लगभग सपाट वृद्धि हुई है। संघ के मुताबिक, टीवी और एसी जैसे सेगमेंट की बिक्री में गिरावट देखी गई, जबकि रेफ्रिजरेटर की बिक्री लगभग सपाट रही।
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