दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल नारी सुरक्षा और उनके अधिकारों से जुड़े मसलों पर अक्सर सोशल मीडिया पर मुखर रहतीं हैं। इस बार जब एक टीवी एंकर पर अभद्र टिप्पणी के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती घिरे तो स्वाति मालीवाल ने नाराजगी जाहिर कर कड़ी आलोचना की। इस पर स्वाति अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के निशाने पर आ गईं। खुद सोमनाथ भारती ने उन पर पलटवार करते हुए पूछा लिया कि उन्होंने 20 सेकंड का वीडियो देखकर उन पर अपना फैसला सुना दिया पर क्या वह केंद्र में सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई की मांग करेंगी। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वाति मालीवाल को ट्विटर पर ट्रोल भी किया।
यहां देखें टि्वट- http://twitter.com/SwatiJaiHind/status/1065281956932407301
दरअसल सोमनाथ भारती के महिला टीवी एंकर के साथ अभद्र टिप्पणी वाले मामले में स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘मैं एक महिला रिपोर्टर के खिलाफ सोमनाथ भारती के नारी-द्वेषी और शर्मनाक बयान की कड़ी निंदा करती हूं। मेरा मानना है कि नोएडा पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। कानून अब अपना काम करेगा। मेरा मानना है कि सार्वजनिक जीवन में रहने वालों को अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना चाहिए।''
यहां देखें दूसरा टि्वट- http://twitter.com/attorneybharti/status/1065487882322726912
महिला एंकर की शिकायत पर पुलिस ने भारती के खिलाफ बुधवार को शिकायत दर्ज की थी। मालीवाल के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए भारती ने पलटवार करते हुए पूछा कि उन्होंने 20 सेकंड का वीडियो देखकर उन पर अपना फैसला सुना दिया पर क्या वह केंद्र में सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई की मांग करेंगी।
आम आदमी पार्टी के नेता और दक्षिण दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी राघव चड्ढा ने मालीवाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि उम्मीद है कि वह केंद्र में सत्ताधारी दल के राजनेताओं के खिलाफ भी ऐसी ही त्वरित कार्रवाई की मांग करेंगी। चड्ढा दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से संभावित लोकसभा उम्मीदवार हैं। वरिष्ठ आप नेता दिलीप पांडे और उत्तर-पूर्व लोकसभा क्षेत्र के लिये पार्टी प्रभारी ने भी चड्ढा के ट्वीट को रीट्वीट किया। इस मुद्दे के सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने के बाद भारती के खिलाफ एक पत्रकार के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने भी वही रुख अपनाते हुए भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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