अमृतसर के निरंकारी भवन में हुए हमले पर भारतीय सेना के प्रमुख बिपिन रावत पर विवादित बयान देने वाले आप नेता एचएस फुल्का ने यूटर्न लिया है। सोमवार (19नवंबर) को सोमवार सफाई देते हुए कहा है कि उनके बयान को गलत समझा गया है। रावत ने कहा, 'आप पीलीज मेरे वीडियो को पूरा और ध्यान से देखिए। उसमें जो बयान दिया गया है वह कांग्रेस के खिलाफ है न कि आर्मी चीफ के खिलाफ।'
रावत ने कहा कि उन्होंने अंजाने में बयान दिया था और वह इसके लिए खेद प्रकट करते हैं ।पंजाब के आम आदमी पार्टी के विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे एचएस फुल्का ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने अमृतसर में निरंकारी भवन में हुए आतंकी हमले के लिए सेनाध्यक्ष को जिम्मेदार बताया था। उन्होंने कहा था कि हो सकता है कि सेनाध्यक्ष विपिन रावत ने अपनी ही बात को सही साबित करने के लिए ये ग्रेनेड हमला कराया हो। फुल्का यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, अमृतसर हादसे के पीछे सरकार का हाथ हो सकता है। इस हमले में 3लोगों की मौत हो गई।
पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने ‘इसमें (इस घटना में) आतंक का एक पहलू दिख रहा है क्योंकि यह एक समूह (लोगों) के खिलाफ है, न कि किसी एक व्यक्ति के। लोगों के समूह पर ग्रेनेड फेंकने का कोई कारण नहीं है, इसलिए हम इसे एक आतंकी हरकत के तौर लेंगे। साबित होने तक हम प्रथम दृष्टया इसे इसी रूप में लेंगे।’
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