शिवसेना ने राममंदिर मामले को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का एलान किया है। शिवसेना प्रवक्ता व सांसद संजय राउत ने कहा कि केंद्र में हिंदुत्ववादी सरकार है, उस पर हम दबाव नहीं बनाएंगे तो किस पर बनाएंगे। राममंदिर के लिए अब आंदोलन की नहीं, बल्कि अध्यादेश की आवश्यकता है। यदि सरकार अध्यादेश लाती है तो हम अध्यादेश का पूर्ण समर्थन करेंगे। सरकार पूर्ण बहुमत में है, यही अनुकूल समय है।
राममंदिर के आंदोलन में बाला साहब ठाकरे का महत्वपूर्ण रोल रहा। उद्धव ठाकरे की मंशा है कि अयोध्या में शीघ्र राममंदिर का निर्माण हो। इसके लिए सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए। यदि सरकार अध्यादेश लाती है तो शिवसेना उनका समर्थन करेगी। सभी हिंदुत्वादी संगठनों के साथ मिलकर राममंदिर की लड़ाई आगे बढ़ाएंगे।
संजय राउत 24-25 नवंबर को अयोध्या में प्रस्तावित शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के कार्यक्रम की तैयारी को लेकर दो दिनों से अयोध्या में हैं। लक्ष्मणकिला में मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए शिवसेना प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि हमारा कार्यक्रम राजनीतिक नहीं बल्कि धार्मिक है। राममंदिर निर्माण में हो रही देरी पर संतों की नाराजगी जायज है। उद्घव ठाकरे भी इसको लेकर संतों के साथ हैं। कांग्रेस के भी कई सांसद अयोध्या में राममंदिर बनाने के पक्ष में हैं। इस दौरान महंत मैथिलीरमण शरण, शिवसेना के राज्यसभा सांसद अनिल देसाई, शिवसेना सचिव मिलिंद नार्वेकर, विधायक सुनील प्रभु, विधायक अनिल परब, विधायक अजय चौधरी, शिवसेना के राज्य प्रमुख अभय द्विवेदी सहित अन्य लोग मौजू दरहे।
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