केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को कहा कि अगर कोई अरबों बार कोशिश करे तो भी आधार का बायोमेट्रिक डाटा हैक नहीं कर सकता। डाटा स्टोर की व्यवस्था को संसदीय मंजूरी से पूरी तरह सुरक्षित और मजबूत बनाया गया है।
एक सार्वजनिक कार्यक्रम में रविशंकर ने कहा, यह इतना कठिन है कि अगर मैं (राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले को छोड़कर) भी किसी के फिंगरप्रिंट और इरिस स्कैन की जानकारी सार्वजनिक कर दूं तो मुझ पर भी मुकदमा चलाया जा सकता है।उन्होंने बताया कि आधार प्राधिकारी हर सेकेंड करीब एक करोड़ प्रमाणीकरण करते हैं। 80 करोड़ बैंक खाते आधार से जुड़े हुए हैं। आधार एक डॉलर प्रति व्यक्ति की लागत से स्वदेशी प्रौद्योगिकी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की मंशा डिजिटल क्रांति का अगुआ बनने की है। भारत ने लाइसेंस-कोटा राज के चलते 60, 70 और 80 के दशक में दुनिया में हुईं औद्योगिक व उद्यम क्रांति का मौका गंवा दिया, लेकिन भारत डिजिटल क्रांति का मौका नहीं गंवाना चाहता। भारत इसमें अग्रणी बनना चाहता है। यही डिजिटल इंडियाका दर्शन है। डिजिटल इंडियाका मकसद डिजिटल तकनीक के जानकारों और डिजिटल तकनीक की जानकारी नहीं रखने वालों के बीच की खाई को पाटना है।
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