बराला ने आज एक प्रेस वार्ता में कहा कि आंदोलन के जरिये किसान जिस स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार पर मुआवजे की मांग कर रहे हैं हमारी सरकार ने किसानों को उससे ज्यादा दिया है स्वामीनाथन ने किसानों के लिए 10 हजार रुपये प्रति एकड़ के मुआवजे की सिफारिश की थी लेकिन हमारी सरकार 12 हजार रुपये दे रही है
उन्होंने यह भी बताया कि 13 जून 2017 को स्वामीनाथन ने अपने एक ट्वीट में इस काम के लिए हमारी सरकार की तारीफ भी की थी। किसान आंदोलन के दैरान सड़को पर बहाए जा रहे दूध और फेंकी जा रही सब्जियों को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बराला ने कहा कि अगर आपका उद्देश्य पवित्र ना हो तो फिर आपका कोई भी आंदोलन या कार्यकर्म सफल नही हो सकता।
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