ट्रेन का टिकट बुक करते समय रेलवे खुद बताएगा कि आपका टिकट कनफर्म होने की संभावना कितनी है। अब तक कई निजी वेबसाइट इसकी जानकारी देती थीं लेकिन रेलवे का दावा है कि अन्य वेबसाइटों के मुकाबले उसकी जानकारी अधिक सटीक होगी। आईआरसीटीसी ने यह बदलाव यात्रियों को बेहतर सेवा देने के लिए किया है। सोमवार मध्यरात्रि से इस वेबसाइट में कुछ नई सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं। वहीं पुरानी सुविधाओं को और उपयोगी बनाया गया है।
डाटा बनेगा आधार : रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) मोहम्मद जमशेद ने बताया कि पिछले दो साल के डाटा के आधार पर रेलवे की वेबसाइट टिकट कनफर्म होने की संभावना अधिक सटीक बता पाएगी। क्योंकि दूसरी एजेंसियों के पास यह सुविधा नहीं है। प्रतीक्षा सूची अधिक लंबी होने पर यात्री को ‘विकल्प' में ट्रेनों की सूची और बर्थ उपलब्धता का पता चल जाएगा।
लॉगइन की जरूरत नहीं: टिकट बुकिंग से पहले ट्रेन और सीटों की उपलब्धता संबंधी जानकारी हासिल करने के लिए लॉग-इन करने की जरूरत नहीं होगी। वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ से जानकारी हासिल की जा सकेगी। यात्री को सिर्फ स्थान व यात्रा की तारीख दर्ज करनी होगी। अभी 15 दिन तक पुरानी वेबसाइट से ही लॉगइन कर सकेंगे।
बार-बार फॉर्म के झंझट से मुक्ति : वेबपेज के एक ओर यूजर्स का नाम होगा उस पर क्लिक करते ही टिकट बुकिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। अभी बुकिंग के समय हर बार यात्री को अपना नाम, उम्र, आदि भरना पड़ता है। इसी कड़ी में यात्री माता-पिता, भाई-बहन आदि का पृथक कार्ड बना सकेंगे, जिससे एक क्लिक में टिकट बुक की जा सकेगी।
भुगतान की बेहतर सुविधा : वेबसाइट के नए संस्करण में यात्री अपने पसंदीदा एक बैंक अथवा छह बैंकों की जानकारी फीड कर सकते हैं, जिससे उक्त बैंक से पैसे का भुगतान हो जाएगा। टिकट बुकिंग के बाद पेज पर डिसप्ले आ जाएगा। यात्री वेबसाइट पर फीड बैक भी दे सकेंगे।
|