पावरलिफ्टिंग के क्षेत्र में मिसाल हैं 65 साल के इंद्रजीत सिंह

Date: 16/05/2018
742

रांची :  65साल की उम्र तक पहुंचते - पहुंचते लोग आमतौर पर थक जाते हैं. रांची के इंद्रजीत सिंह कुछ अलग है. वह न सिर्फ जिम में चार - पांच घंटे पसीना बहाते हैं, बल्कि पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में युवा पीढ़ी के प्रेरणास्त्रोत है. पिछले पचास सालों से सक्रिय इंद्रजीत सिंह ने कामयाबी का कई नया रिकार्ड बनाया है. हाल ही में उन्हें इंटरनेशनल पावर लिफ्टिंग का अंतरराष्ट्रीय रेफरी बनाया गया है. बता दें कि अंतरराष्ट्रीय रेफरी बनने बनने के लिए लिखित और प्रैक्टिकल परीक्षा देनी पड़ती है. प्रैक्टिल के लिए उन्हें 100बार लिफ्ट उठाना  पड़ा. रेफरी के अलावा इंद्रजीत सिंह के करियर में कई उपलब्धियां दर्ज हैं. आज वह नयी पीढ़ी को ट्रेनिंग देते हैं. उनके साथ जिम में आधे से भी कम उम्र के लोग होते हैं. पावरलिफ्टिंग को अपना सबकुछ मानने वाले इंद्रजीत सिंह बताते हैं कि उन्होंने सिर्फ बॉडी बिल्डींग और फिटनेस के लिए पावरलिफ्टिंग करते थे, लेकिन धीरे - धीरे रुचि बढ़ी तो उन्होंने चैम्पियनशिप में भी हिस्सा लेने लगे. 

इंद्रजीत सिंह ने 1975में बिहार स्टेट लेवल बेंच प्रेस चैम्पियनशिप में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल की और लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया है. 11सालों तक यह रिकार्ड टूट नहीं पाया था. 1984के एशियन चैम्पियनशिप, इंडोनेशिया में उन्होंने 100किलो के कैटेगरी में सिल्वर मेडल हासिल की. छह साल बाद चीन में भी उन्होंने गोल्ड हासिल कर पावरलिफ्टिंग में नयी ऊंचाई को छुआ. 2002और 2004में उन्होंने गोल्ड, सिल्वर  और कांस्य पदक जीता. 2008वर्ल्ड चैंपियनशिप यूएसए में उन्हें चौथा स्थान हासिल हुआ. यहीं नहीं इंद्रजीत सिंह की नजर अब नयी प्रतिभाओं को तलाशने में हैं. उन्होंने बताया कि दो आदिवासी लड़कियों को चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने के लिए दुबई भेजने की तैयारी कर रही है. 

रांची में पावरलिफ्टिंग के भीष्म पितामह कहे जाने वाले इंद्रजीत सिंह की जिंदगी में एक मौका ऐसा भी आया. जहां उन्हें लगने लगा कि अब वह पावरलिफ्टिंग नहीं कर पायेंगे. 1971में पटना में आयोजित पावरलिफ्टिंग के दौरान 2017किलोग्राम वजन उठाने के दौरान कूल्हे की हड्डी अचानक टूट गयी. डॉक्टरों ने सलाह दी कि अब वह पावरलिफ्टिंग नहीं कर पायेंगे.एथेलेटिक्स में शाटपुट और डिस्कस थ्रो करना शुरु कर दिया. इसमें भी राज्य में स्थान बनाया. तीन साल बाद फिर से जिम पहुंचे और एक बार फिर पावरलिफ्टिंग का सफर शुरू हुआ तो थमा नहीं. तब से लेकर आज तक 11गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. 

More News

national news in hindi
धनतेरस के दिन 13 दीपक जलाने का है विशेष महत्व, जानें कहां-कहां दीये करें प्रज्जवलित
तिथि : 29/10/2024
national news in hindi
भाजपा चाहती है कर्नाटक का हो विकास, कांग्रेस इसे सिर्फ ATM समझ रही है : PM मोदी
तिथि : 25/03/2023
national news in hindi
दिल्ली 24 घंटे में दूसरी बार महसूस हुए भूकंप के झटके
तिथि : 22/03/2023
national news in hindi
आर्मी हेलिकॉप्टर के दोनों पायलटों की मौत, अरुणाचल प्रदेश के मंडला हिल्स पर क्रैश हुआ था
तिथि : 16/03/2023
national news in hindi
नाटू नाटू ने रचा इतिहास, मिला बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का ऑस्कर, पीएम मोदी ने जाहिर की खुशी
तिथि : 13/03/2023
national news in hindi
सवाल होली का नहीं, दबंग मर्दानगी का है!
तिथि : 11/03/2023
national news in hindi
केजरीवाल सरकार मे दो नए मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने ली शपथ
तिथि : 09/03/2023
national news in hindi
World Kidney Day 2023: क्योन मनाया जाता है किडनी दिवस आज विश्व किडनी दिवस पर जानिए सब कुछ
तिथि : 09/03/2023
national news in hindi
पुरी के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में भीषण आग, 40 दुकानें खाक,100 से ज्यादा लोग रेस्क्यू
तिथि : 08/03/2023
national news in hindi
OYO के फाउंडर रितेश ने पत्नी के साथ रिसेप्शन में छुए सॉफ्टबैंक फाउंडर के पैर, तस्वीरें वाय...
तिथि : 08/03/2023