छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने पुलिस पार्टी को निशाना बनाकर सोमवार को हमला किया, जिसमें दो जवानों की जान चली गई, जबकि पांच अनय घायल हो गए। नक्सलियों ने इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के जरिये पुलिस पार्टी को निशाना बनाया।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन के स्पेशल डीजी डीएम अवस्थी ने बताया कि नक्सलियों के हमले में दो जवानो की जान चली गई। इससे पहले मार्च में नक्सलियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के नौ जवान शहीद हो गए थे।
नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच सोमवार सुबह बीजापुर-भोपालपटनम रोड पर झड़प हो गई थी। बीजापुर के एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि CRPF के जवानों का दल एक ऑपरेशन पर था। वे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 500 किलोमीटर दूर महादेवघाट के करीब एक वन क्षेत्र में घेराबंदी कर रहे थे, जब नक्सलियों ने दो IED विस्फोट किए। सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर किए गए इस विस्फोट के बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी 14 अप्रैल के बीजापुर दौरे का विरोध करते हुए कुछ पर्चे बांटे थे। प्रधानमंत्री 14 अप्रैल को डॉक्टर बीआर अंबेडकर की जयंती पर बीजापुर से सरकार की मेगा स्वास्थ्य पहल आयुष्मान भारतको राष्ट्र को समर्पित करने वाले हैं। इसके तहत सरकार की योजना देशभर में 1.5 लाख हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर खोलने की है।
इससे पहले नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मार्च में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों के दल पर हमला कर दिया था। उन्होंने 13 मार्च को बारूदी सुरंग विस्फोट कर सुरक्षित माने जाने वाले माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल (एमपीवी) को उड़ा दिया था, जिसमें CRPF के 9 जवान शहीद हो गए थे।
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