यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने मंगलवार को आधार यूजर्स के लिए वर्चुअल आईडी की शुरुआत कर दी है। UIDAI का कहना है कि जल्द ही सर्विस प्रोवाइडर्स आधार के बदले इसे स्वीकार करेंगे। इसका मतलब यह है कि अब आपको ऑथेंटिकेशन के लिए आधार नंबर देने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए वर्चुअल आईडी का इस्तेमाल कर सकेंगे वर्चुअल आईडी 16 अंकों वाली रेंडम संख्या है, जिसे UIDAI की वेबसाइट से जेनरेट किया जा सकता है।
वेरिफिकेशन या ऑथेंटिकेशन के लिए आधार आधार संख्या बताने की जरूरत होगी। वर्चुअल आईडी आधार संख्या के शुरुआती विकल्प के रूप में काम करेगी। इससे आधार डेटा और भी अधिक सुरक्षित हो जाएगा। इस आईडी का उपयोग आधार में पते को ऑनलाइन अपडेट करने के लिए भी किया जा सकता है। वीआईडी नंबर देने पर किसी ऑथराइज्ड एजेंसी जैसे मोबाइल कंपनियों को नाम, पता और फोटो जैसी सीमित जानकारी ही मिलेगी, जो वेरिफिकेशन के लिए पर्याप्त है।
सबसे पहले यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट (uidai.gov.in)पर जाएं। होम पेज पर ही आधार सर्विसेज टैब के नीचे Virtual ID (VID) Generator पर क्लिक करें। सबसे पहले अपना आधार नंबर डालें। इसके बाद सिक्यॉरिटी कोड टाइप करें और सेंड ओटीपी पर क्लिक करें। आधार से जुड़े आपके मोबाइल पर ओटीपी आएगा। इसके बाद ओटीपी एंटर करें और वीआईडी जेनरेट को सलेक्ट करके सबमिट करें। ऐसा करते ही आपको मोबाइल पर 16 अंकों वाला VID प्राप्त हो जाएगा।
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