किसानों की आय दोगुनी करने के दावों को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने खारिज करते हुए कहा है कि जब तक कृषि विकास दर 12 प्रतिशत नहीं हो जाती, 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी होना संभव नहीं है।
मनमोहन सिंह ने कहा, सरकार का कहना है कि किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो जाएगी। लेकिन यह तब तक संभव नहीं है जब तक की कृषि विकास दर 12 प्रतिशत न हो जाए। यह सिर्फ एक खोखला आश्वासन है।
विपक्षी दलों की नई दिल्ली में हुई बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मनमोहन सिंह के हवाले से कहा, राजकोषीय घाटा बढ़ रहा है, ऐसे में देखना होगा कि सरकार अपने वादे कैसे पूरे करती है।
आपको बता दें कि कृषि व ग्रामीण क्षेत्र को ज्यादा महत्व देने की उम्मीदों के अनुरूप केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2018-19 के आम बजट में अधिसूचित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को बढ़ाकर उत्पादन लागत का 1.5 गुना करने की घोषणा की, जोकि पिछले साल के मुकाबले पांच फीसदी ज्यादा होगा।
सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि व ग्रामीण विकास पर 2,01,933 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन के साथ खाद्य प्रसंस्करण, दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन पर जोड़ दिया है।
कृषि व ग्रामीण विकास पर बजटीय आवंटन में पिछले साल के क्रमश: 56,589 करोड़ और 1,35,604 करोड़ रुपये को बढ़ाकर क्रमश: 63,836 करोड़ और 1,38,097 करोड़ रुपये कर दिया है।
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