राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों की छह राज्यों की 25 सीटों के लिए आज विभिन्न राजनीतिक दलों में जोड़ तोड़ का मुकाबला होगा। द्विवार्षिक चुनावों में कुल 58 सीटें रिक्त हुई थी, जिनमें से 33 के लिए निर्विरोध निर्वाचन का काम पूरा हो चुका है। इनमें केंद्र सरकार के आठ मंत्रियों में से सात का निर्वाचन हो चुका है, जबकि वित्त मंत्री अरुण जेटली शुक्रवार को होने वाले चुनाव में उत्तर प्रदेश से उम्मीदवार हैं। यहां दस सीटों के लिए 11 उम्मीदवार होने से चुनाव हो रहे हैं।आज चुनाव में जाने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश (10 सीट), पश्चिम बंगाल (छह सीट), झारखंड (दो सीट), कर्नाटक (चार सीट), तेलंगाना (तीन सीट) व छत्तीसगढ़ (एक सीट) शामिल है। इन सभी राज्यों में तय सीटों से एक उम्मीदवार ज्यादा होने से चुनाव कराए जा रहे है।
इस साल 16 राज्यों में द्विवार्षिक चुनाव हुए हैं,जिनमें दस राज्यों से 33 उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। सबसे रोचक मुकाबला उत्तर प्रदेश में है जहां भाजपा अपने नौवें उम्मीदवार को जिताने के लिए पूरी ताकत लगाए हैं। वहीं हाल में उपचुनाव में साथ आए सपा-बसपा अपने एक एक उम्मीदवार की जीत के गणित को साधने में लगे हैं।
शुक्रवार को होने वाले चुनाव में सबसे बड़ा नाम वित्त मंत्री अरुण जेटली का है। हालांकि उनके साथ पार्टी के राज्य से पहले आठ उम्मीदवारों की जीत भी तय है। विपक्ष में सपा की एक सीट भी तय मानी जा रही है। केवल एक सीट के लिए बसपा व भाजपा के उम्मीदवार में कड़ा मुकाबला होगा।
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