समय न्यूज़ 24 डेस्क
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम संदेसारा घोटाला मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से पूछताछ करने के लिए आज उनके घर पहुंची. एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने कहा था कि वह सीनियर सिटीजन हैं और कोविड-19 गाइडलाइन के कारण पूछताछ के लिए नहीं आ सकते हैं. संदेसरा भाइयों ने भारतीय बैंकों को नीरव मोदी के मुकाबले कहीं ज्यादा चूना लगाया है. यह दावा है प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का. इस केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि जांच में स्टर्लिंग बायोटेक लि. (एसबीएल)/संदेसरा ग्रुप और इसके मुख्य प्रमोटरों, नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा ने भारतीय बैंकों के साथ लगभग 14,500करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया जबकि नीरव मोदी पर पंजाब नैशनल बैंक को 11,400करोड़ रुपये का झटका देने का आरोप है.
सीबीआई ने 5,383 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड के आरोप में कंपनी और उसके प्रमोटरों के खिलाफ अक्टूबर 2017 में एफआईआर रजिस्टर किया था. उसके बाद ईडी ने भी मुकदमा दायर किया.इनकम टैक्स ने भी संदेसरा ग्रुप पर छापेमारी की थी जहां से एक डायरी मिली थी जिसके आधार पर मामला दर्ज जांच शुरू की गई. उस डायरी में पैसों को किस पर खर्च किया गया और किस किस को रिश्वत दी गई, इसका पूरा ब्यौरा लिखा हुआ था. सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि संदेसरा ग्रुप के विदेशों में स्थित कंपनियों ने भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं से 9 हजार करोड़ रुपये लोन लिया था.
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