समय न्यूज़ 24 डेस्क
कोरोना महामारी के कहर के बीच आंध्र प्रदेश में एक अमानवीय घटना सामने आई है, जहां कोरोना संक्रमित बुजुर्ग का शव ट्रैक्टर और जेसीबी की मदद से श्मशान घाट तक पहुंचाया गया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य में सियासत गरमा गई है। विपक्षी दल तेलगू देशम पार्टी ने सरकार पर इस घटना को लेकर हमला बोला है।तो वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। साथ ही मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
दरअसल एक 70 साल का बुजुर्ग कोरोना से संक्रमित हो गया था। इस दौरान श्रीकुलुम जिले के पसाला गांव में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद नगर निगम के कर्मचारी उसके शव को दफनाने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीपीई किट पहन रखी थी, फिर भी बुजुर्ग के शव को जेसीबी के आगे वाले हिस्से पर रख दिया। इसके बाद उसको श्मशान घाट लेकर गए। वहीं पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया।
वीडियो वायरल होते ही सरकार ने मुंसीपल कमिश्नर और सैनिटरी इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया। साथ ही घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। चंद्रबाबू नायडू का सरकार पर हमला मामले में सीएम जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि ये अमानवीय है। अधिकारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कर सम्मान पूर्वक किया जाए। लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति के शव को प्लास्टिक में लपेटकर जेसीबी के जरिए ले जाया जा रहा है। इस घटना से स्तब्ध हूं। वे मरने के बाद भी सम्मान के हकदार हैं। इस घटना पर जगनमोहन रेड्डी सरकार को शर्म आनी चाहिए।
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