बनारस- अक्षय तृतीया के मौके पर बनारस के जो घाट श्रद्धालुओं से घिरे रहते थे वो आज लॉकडाउन के चलते एकदम सुनसान पड़े हैं. अक्षय तृतीया के दिन यहां लाखों की तादाद में श्रद्धालु गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाया करते थे. लेकिन कोरोना के डर से आज यहां दूर-दूर तक इंसान नहीं नजर आ रहा है.अक्षय तृतीय के दिन सुबह और शाम के वक्त गंगा आरती हुआ करती थी. दो वक्त की आरती को लेकर दूर-दराज से आए श्रद्धालु काफी उत्साहित रहते थे.यहां स्थित तकरीबन 80 से ज्यादा घाट से सूर्योदय का अद्भुत नजारा देखते ही बनता है, लेकिन आज यहां इसे निहारने वाला कोई नहीं है. हर साल यहां न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशी पर्यटकों का भी तांता लगा रहता था.गंगा घाट की तरह सड़कों और गलियों का भी कुछ ऐसा ही हाल है. गंगा घाट सूने नजर आ रहे हैं।
लोगों ने कोरोना के डर से खुद को घरों में कैद कर लिया है. हालांकि लॉकडाउन की वजह से गंगा का पानी भी पहले से ज्यादा स्वच्छ हो चुका है.कश्तियां किनारों पर खड़ी हैं. आस-पास के मंदिर एकदम खाली पड़े हैं. घाट पर आरती के वक्त गंगा मैया के जयकारे भी नहीं गूंजते हैं. पूरे देश की तरह यहां भी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखने की सख्त हिदायत दी गई है।
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