नयी दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कोरोना वायरस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि इस वायरस के संक्रमण के चेन को तोड़ने में सामाजिक मेलजोल से दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) प्रभावी साबित हो सकती है. इसलिए सरकार लगातार सोशल डिस्टेंसिंग की बात कर रही है.
स्वास्थ्य के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 17राज्यों ने कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए समर्पित अस्पताल चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस संक्रमण मच्छरों के जरिये नहीं फैलता है.लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24घंटे में 42नये मामले आये हैं और चार लोगों की मौत हुई है. अभी तक कुल 649मामले सामने आये हैं. उन्होंने बतायक कि COVID19के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन उनके बढ़ने की दर काफी हद तक नियंत्रित है. हालांकि यह शुरुआती स्टेज है. लव अग्रवाल ने कहा कि अभी यह कहने के लिए हमारे पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार समुदाय के स्तर पर हो रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम सोशल डिस्टेंसिंग करें और सटीक इलाज करवायें तो यहां कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार समुदाय के स्तर नहीं होगा.
गौरतलब है कि आज सरकार ने कोरोना वायरस महामारी और उसके आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है. यह रकम जरूरतमंदों की सहायता के लिए दी जा रही है. वित्त मंत्री ने राहत पैकेज में सभी श्रेणी के लोगों की सहायता को ध्यान में रखकर यह कदम उठाया है. उन्होंने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए जुटे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख रुपये के बीमा कवर का ऐलान भी किया है.
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