उत्तराखंड टिहरी जिले में जौनपुर ब्लॉक के एक इंटर कॉलेज में दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने कुछ समय पहले एक बच्ची को जन्म दिया था। पुलिस मामले में छात्रा से दुराचार के आरोप में स्कूल के शिक्षक को गिरफ्तार किया था। तब शिक्षक आरोपों से मुकरता रहा, लेकिन अब डीएनए रिपोर्ट में शिक्षक का राज खुल गया है। पुलिस के मुताबिक नवजात बच्ची के साथ शिक्षक का डीएनए सैंपल मैच हो गया है। सितंबर 2017 में जौनपुर ब्लॉक के एक इंटर कॉलेज की दसवीं की छात्रा के पेट में दर्द होने पर परिजन अस्पताल लेकर गए। जांच के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा आठ माह की गर्भवती है। पूछताछ में परिजनों को छात्रा ने बताया कि उसके स्कूल के ही शिक्षक ने उसके साथ दुराचार किया। इसके बाद परिजनों ने कैम्पटी थाने में शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। छात्रा ने पुलिस को बताया था कि शिक्षक प्रवेश कुमार कमरे पर बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म करता था। इसके बाद पुलिस ने देहरादून निवासी शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
उधर, शिक्षक दुराचार के आरोप को गलत बताता रहा। दुराचार पीड़ित छात्रा ने देहरादून के एक निजी अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद पुलिस ने डीएनए जांच के लिए बच्ची का सैंपल लेकर लैब में भेजा। शनिवार को छह महीने बाद डीएनए रिपोर्ट आयी, जिसमें आरोपी शिक्षक के छात्रा के साथ दुष्कर्म करने की पुष्टि हुई है। थाना प्रभारी प्रकाश पोखरियाल ने बताया कि डीएनए रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है। रिपोर्ट न्यायालय में पेश की जाएगी। उधर, छात्रा की पढ़ाई छूट गयी है। वह अपने माता-पिता के घर रहकर छोटी बच्ची की देखभाल कर रही है।
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