कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) परीक्षा में धांधली में सीबीआई ने बुधवार को 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने डमी कैंडिडेट बिठाकर आयकर विभाग में स्टेनाग्राफर और मल्टी टॉस्किंग स्टाफ (एमटीएस) के पद के लिए आयोजित परीक्षा दिलाई।यह परीक्षा 2012 से 2014 के बीच में आयोजित की गई थीं। सीबीआई का कहना है कि इन 12 लोगों के खिलाफ साजिश में कर्मचारी चयन आयोग के अज्ञात लोक सेवक और अन्य निजी लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। सीबीआई अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि आयकर विभाग नागपुर में दो स्टेनोग्राफर और दस एमटीएस कर्मचारियों ने दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा कर नौकरी हासिल की है। तफ्तीश के दौरान यह बात सामने आई कि इन लोगों ने इलाहाबाद, मुंबई और नागपुर में आयोजित परीक्षा के दौरान अपने स्थान पर डमी उम्मीदवारों को बैठाया था। इतना ही नहीं इन लोगों ने अपने हुलिये से मिलते जुलते चेहरे के छद्म लोगों को परीक्षा में बैठाया था। परीक्षा के दौरान चेंकिग करने वाले निरीक्षक भी छद्म लोगों को नहीं पहचान सके थे। तफ्तीश में यह भी खुलासा हुआ कि एसएससी ने दो चरणों में परीक्षा आयोजित की थी और दोनों में परीक्षा पहचान पत्र के साथ उपस्थिति पत्र पर परीक्षार्थी के हस्ताक्षर और बाएं अंगूठे के निशान आवश्यक थे।
सीबीआई का कहना है कि कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारियों ने बिना किसी तरह का सत्यापान किए ही इन 12 लोगों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए थे। आरोपी लोगों में दो महिला रिंकी यादव और सरिता भी हैं। जबकि अन्य में आशीष कुमार, अनिल कुमार, अभय कुमार, मुकेश कुमार, चंदन कुमार, प्रदीप कुमार, मनोज कुमार, मनीष कुमार , धर्मेंद्र कुमार बिहार के निवासी हैं। वहीं राहुल कुमार अलवर राजस्थान का है।
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