प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर को लेकर अध्यादेश लाने के बयान पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने प्रतिक्रिया देते हुए एक ओर जहां प्रधानमंत्री की पहल को सकारात्मक कदम बताया है, तो वहीं इस बात को भी याद दिलाया है कि जनता ने बीजेपी के राम मंदिर निर्माण के वादे पर भरोसा कर वोट दिया था। आरएसएस ने ट्वीट कर बताया है कि बीजेपी 1989 में पालमपुर अधिवेशन पर पारित प्रस्ताव के अनुरूप ही काम कर रही हैं। संघ ने राम मंदिर पर प्रधानमंत्री मोदी की पहल को मंदिर निर्माण की दिशा में सकारात्मक कदम बताया है।
ट्वीट-
प्रधानमंत्री ने अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर बनाने के संकल्प का अपने साक्षात्कार में पुन: स्मरण करना भाजपा के पालमपुर अधिवेशन (1989) में पारित प्रस्ताव के अनुरूप ही है। संघ के आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर ट्वीट किया गया है, 'नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए संविधान के दायरे में उपलब्ध सभी संभाव्य प्रयास करने का वादा किया है। भारत की जनता ने उनपर विश्वास व्यक्त कर भाजपा को बहुमत दिया है।'
बता दें कि पीएम मोदी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि राम मंदिर पर कानूनी प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद ही अध्यादेश पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता वकील के रूप में इसकी सुनवाई में अड़ंगा लगा रहे हैं। वे कांग्रेस से अपील करते हैं कि ऐसा न करें। बीजेपी के मेनिफेस्टो में लिखा था कि इसका समाधान निकाला जाएगा।
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