प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तोहफों की बौछार कर दी। गाजीपुर के बाद वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी को 279 करोड़ रुपए की सौगात दी। पीएम मोदी ने वाराणसी में भारत का पहला अंतराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र संस्थान देश को समर्पित किया।
इसके बाद पीएम मोदी ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर, लालपुर में वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट समिट में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने आयोजित कार्यक्रम में पूर्वांचल के 11 जिलों के हस्तशिल्पियों को 21 सौ करोड़ से अधिक के ऋण वितरण के साथ टूल किट वितरित किए। दीनदयाल हस्तकला संकुल में हस्तशिल्पियों से संवाद करने से पहले पीएम मोदी ने ओडीओपी समिट का उद्घाटन किया। प्रयागराज में होने वाले कुंभ पर आधारित काफी टेबल बुक का विमोचन किया। इसके अलावा पेंशनधारकों के लिए संचार विभाग की ओर से शुरू की गई सम्पन्न योजना तथा 279 करोड़ रुपये की 14 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और 12 योजनाओं का लोकार्पण किया।
इस दौरान मोदी ने बीजेपी की केंद्र सरकार और राज्य सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 'आज जितनी भी योजनाओं का शिलान्यास या लोकार्पण किया गया है, उन सबमें एक बात कॉमन है कि उनसे लोगों का जीवन आसान होगा, व्यापार और कारोबार आसान होगा। हर जिले में कुछ अलग है, जिसने लोगों को रोजगार से जोड़ा है। इसी को विस्तार देने के लिए वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रॉडक्ट योजना लाभकारी सिद्ध होने वाली है।
पीएम मोदी ने गंगा सफाई के मुद्दे पर कहा, 'गंगा की पवित्रता और अविरलता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है और मुझे खुशी है कि हमारे प्रयासों के परिणाम भी दिखने लगे हैं। आपने मीडिया में आई रिपोर्ट्स को देखा होगा कि कैसे मछलियां, मगरमच्छ समेच जीव जंतु गंगा में फिर से लौटने लगे हैं। इसके अलावा उन्होंने डिजीटल इंडिया, स्किल इंडिया और कुंभ मेले को लेकर भी अपने विचार व्यक्त किए।
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