चेन्नई के मशहूर डॉक्टर एस जयाचंद्रन का निधन हो गया है। जयाचंद्रन मरीजों का सिर्फ 5 रुपए में इलाज करने के लिए जाने जाते थे। डॉ। एस जयाचंद्रन को '5 रुपए का डॉक्टर' के अलावा 'मक्कल मारुथुवर' के नाम से भी जाना जाता है। लंग इंफेक्शन के चलते जयाचंद्रन काफी दिनों से बीमार थे। बीमारी के चलते ही उनका निधन हो गया।
शुरुआती दिनों में डॉ। जयाचंद्रन मरीजों का सिर्फ 25 पैसे में इलाज किया करते थे। साल 1970 में चेन्नई के अपने पुराने घर उन्होंने अपने काम की शुरुआत की थी। बाद में उन्होंने अपने क्लिनिक को कासीमेडु में शिफ्ट कर लिया। ऐसे वक्त में जब डॉक्टर इलाज के लिए एक मोटी रकम वसूला करते हैं। वहीं जयाचंद्रन अपने मरीजों से 25 पैसे, 2 रुपए और 5 रुपए में इलाज कर देते थे। वहीं पीएम मोदी ने ट्वीट कर उन्हें हीरो बताया है।
जयाचंद्रन ने मद्रास मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की। उनका मकसद डॉक्टरी के जरिए लोगों की सेवा करना था। वे हमेशा से ही गरीब लोगों की मदद के लिए आगे रहे। इसीलिए उन्होंने कभी भी उनसे फीस नहीं ली। इसके साथ ही उन्होंने कभी किसी से आर्थिक सहायता भी नहीं ली।
बल्कि उन्होंने लोगों को हमेशा जरूरत मंदों को दवाइयां दान करने को कहा। वहीं अपने इस नेक काम के लिए जयाचंद्रन को कई पुरस्कारों से नवाजा भी जा चुका है। साल 2005, 2006 और 2009 में डॉक्टर्स डे अवॉर्ड, साल 2008 में नाइटहुड अवॉर्ड, साल 2012 में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और साल 2016 में जयाचंद्रन को पद्मा श्री के लिए भी नोमिनेट किया गया था।
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