पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को जब गांधी परिवार के गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में होंगे तो मॉडर्न कोच फैक्ट्री का भी दौरा करेंगे। इस प्रॉजेक्ट को मोदी सरकार अपनी फ्लैगशिप स्कीम 'मेक इन इंडिया' की सफलता के उदाहरण के तौर पर पेश करती है। यहां के दौरे से पीएम मोदी साफ तौर पर 2019 के आम चुनाव के लिए भी एक तरह से बढ़त दर्ज करने का प्रयास करेंगे। रेल मंत्रालय के अधिकारियों का दावा है कि भारत अब बेहतरीन क्वॉलिटी के कोचों की मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट के मार्केट में एंट्री के लिए तैयार है।
यही नहीं कोरिया, जापान, चीन, जर्मनी और ताइवान जैसे देशों ने फैसिलिटी सेंटर का दौरा भी किया है। एक अधिकारी ने कहा, 'हम इसके जरिए अन्य देशों के लिए भी मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर उभरने की उम्मीद कर रहे हैं।'अधिकारी ने कहा, 'कई देश भारत को कोचों के मामले में मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि भारत में चीन, अमेरिका और यूरोप के अन्य देशों के मुकाबले प्रॉडक्शन कॉस्ट खासी कम है।इसके चलते सरकार को चुनावी राजनीति में बढ़त मिलती दिख रही है। बता दें कि कांग्रेस मोदी सरकार की मेक इन इंडिया स्कीम को सिर्फ नारा करार देते हुए कहती रही है कि इससे जमीन पर कुछ नहीं हुआ है। यहां पीएम मोदी जोर-शोर से इस बात का प्रचार कर सकते हैं कि सोनिया गांधी के गढ़ में बनी फैक्ट्री किस तरह से दुनिया में रेल कोच बनाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की ओर है।
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