पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के शनिवार को आए चुनावी नतीजों ने देश के सियासी नक्शे को बदल दिया। त्रिपुरा में 25 साल से लगातार सरकार चला रहे लेफ्ट के किले को बीजेपी ने ढहा दिया। उसने यहां 35 साल में अपनी सबसे ज्यादा सीटें जीतीं। ऐसा पहली बार हुआ है जब बीजेपी ने लेफ्ट की पकड़ वाले राज्य में उसे सत्ता से बाहर कर दिया। नगालैंड में भी सरकार बनाने के समीकरण बीजेपी के पक्ष में नजर आ रहे हैं। मेघालय में असमंजस है, लेकिन बीजेपी को वहां भी सरकार बनाने का भरोसा है। अब देश के 19 राज्यों में बीजेपी या उसके गठबंधन की सरकार है।
मेघालय में कांग्रेस 21 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को 19 सीटें हासिल हुई हैं। राज्य में 47 सीटों पर लड़ने वाली भाजपा को दो सीटों से संतोष करना पड़ा। अन्य के खाते में 17 सीटें गई हैं जिनमें यूडीपी की छह, पीडीएफ की चार और एचएसपीडीपी को दो सीटें शामिल हैं। भाजपा ने किसी पार्टी के साथ तालमेल नहीं किया था लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर एनपीपी उसकी अगुवाई वाले एनडीए का हिस्सा है। वैसे देर रात कांग्रेस ने यहां राज्यपाल को चिट्ठी भेजकर खुद सरकार बनाने का दावा पेश किया है। यहां छोटे दलों की सरकार गठन में अहम भूमिका होगी।
चुनाव परिणाम
त्रिपुरा बहुमत: 31/60 भाजपा+ 43,सीपीएम16,कांग्रेस00
मेघालय बहुमत: 31/59 कांग्रेस 21 एनपीपी 19भाजपा02 अन्य17
नागालैंड बहुमत: 31/60 एनपीएफ 27 कांग्रेस 00 भाजपा+29 अन्य 04
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