मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में वोटों की गिनती जारी है. छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अब तक आए रुझानों में कांग्रेस आसानी से बहुमत हासिल करती दिख रही रही है। वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के रुझानों से गदगद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली स्थित पार्टी हेडक्वार्टर के बाहर जश्न मनाना शुरू कर दिया है। हालांकि ये शुरुआती रुझान हैं और थोड़ी देर में अंतिम नतीजे स्पष्ट होने शुरू हो जाएंगे।
छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90सीटों को लेकर अब तक आए रुझान में कांग्रेस 66सीटों के साथ आसानी से बहुमत हासिल करती दिख रही है, जबकि बीजेपी महज 17सीट पर आगे चल रही है, वहीं 7सीटों पर अन्य उम्मीदवारों को बढ़त है।
तेलंगाना के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्र समिति 91सीटों पर बढ़त के साथ तो दो-तिहाई बहुमत हासिल करती दिख रही है। वहीं कांग्रेस को 119सदस्यीय विधानसभा में महज़ 19सीटों पर बढ़त प्राप्त है। उधर मिजोरम के शुरुआती रुझान में मिजो नेशनल फ्रंट 25सीटों पर आगे चल रही है।
राजस्थान में अब तक आए 199सीटों के रुझान में कांग्रेस 101सीट पर बढ़त के साथ बहुमत हासिल कर दिख रही है, जबकि बीजेपी 76सीटों पर आगे चल रही है। वहीं मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230सीटों के रुझान में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है। बीजेपी यहां फिलहाल 111सीटों पर आगे चल रही है, तो वहीं कांग्रेस को 100सीटों पर बढ़त हासिल है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान शुरू होती दिख रही है। अशोक गहलोत ने सीएम पद के सवाल पर कहा कि नेताओं को पद की लालसा नहीं करनी चाहिए। उन्हें जनता, कांग्रेस कार्यकर्ता और विधायकों की भावना का सम्मान करना चाहिए। गहलोत के इस बयान को सचिन पायलट के लिए इशारे की तरह देखा जा रहा है। शायद यही वजह है कि सचिन पायलट ने आठ निर्दलीयों को बातचीत के लिए बुलावा भेजा है। हालांकि ऐसे संकेत हैं कि राजस्थान में आगे चल रहे 10 निर्दलीय विधायक गहलोत को समर्थन दे सकते हैं।
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