इस बार हर राउंड के बाद चुनाव परिणाम को लिखित में दिया जाएगा। जिस वजह से अंतिम परिणाम आने में देरी हो सकती है। दरअसल कांग्रेस ने मांग की थी कि मतगणना के हर राउंड के बाद परिणामों की जानकारी लिखित में दी जाए, जिसे चुनाव आयोग ने मान लिया है। इतना ही नहीं हर राउंड के परिणाम की घोषणा और प्रमाणपत्र देने के बाद ही दूसरे राउंड के लिए ईवीएम स्ट्रांग रूम से निकाली जाएगी। दरअसल मंगलवार यानि 11दिसंबर को विधानसभा चुनाव की मतगणना होगी। इस बार हर राउंड के बाद परिणाम लिखित में पार्टी के प्रतिनिधि को दिया जाएगा। इसके बाद ही दूसरे राउंड की गणना के लिए ईवीएम निकाली जाएगी। यह प्रक्रिया सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि सभी चुनावी राज्यों में होगी। हर विधानसभा क्षेत्रों में 14टेबल में गणना का कार्य किया जाएगा। हर विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 16से 20राउंड में गणना की जाएगी।
11दिसंबर की सुबह आठ बजे से डाक मत पत्र और सेवा मतों की गणना की जाएगी। उसके बाद नौ बजे से ईवीएम के सील तोड़ी जाएगी। एक राउंड के बाद गणना कर्मचारी तब तक खाली बैठे रहेंगे, जब तक गणना के बाद टेबुलेशन, मिलान और घोषणा और अगले राउंड के लिए ईवीएम न निकाली जाए। इस बार चुनाव परिणाम आने में देरी होने की संभीवना है क्योंकि हर राउंड के बाद लिखित में प्रमाण पत्र देने, मतगणना कक्ष के डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित, राउंड वार रिजल्ट शीट पार्टी के प्रतिनिधि को देना और काउंटिंग सॉफ्टवेयर पर भी लोड करने जैसे कार्यों में लगभग 15 से 20 मिनट का समय लग जाएगा। इस प्रकार से 16 से 20 राउंड के बीच कई घंटे अतिरिक्त लगेंगे। इस वजह से फाइनल परिणाम आने में देरी हो सकती है।
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