प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ब्यूनस आयर्स, जी-20शिखर सम्मेलन से इतर फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से मुलाकात कर व्यापार और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध बढ़ाने तथा रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों नेताओं के बीच बैठक फ्रांस के साथ विवादित राफेल विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष के हमलों के बीच हुई।
भारत ने इन लड़ाकू विमानों के लिए सितंबर 2016में फ्रांस के साथ एक अंतरसरकारी समझौता किया था। मोदी ने ट्वीट कर बताया कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद को खत्म करने और समुद्री सुरक्षा में सहयोग सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की। इस बीच, जी-20सम्मेलन के बाद जारी बयान में संरक्षणवाद से लड़ने से जुड़ी अतीत की भाषा को हटा दिया गया।इस बयान में ‘बहुपक्षीय कारोबार प्रणाली’ के ‘योगदान’ को स्वीकारा गया लेकिन कहा गया कि यह विकास और रोजगार सृजन के लक्ष्यों में ‘पीछे चल रही है।उधर, अमेरिका को छोड़कर जी-20 देशों ने जलवायु परिवर्तन पर ‘अपरिवर्तनीय’ पेरिस समझौते के क्रियान्वयन पर सहमति जताई है।
|