ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को मिलने वाले भोजन की क्वालिटी को लेकर अकसर आने वाली शिकायतों को देखते हुए अब खुद रेलमंत्री अपने ऑफिस से ही उस खाने पर नजर रखेंगे, जो यात्रियों के लिए तैयार किया जा रहा होगा। यही नहीं, रेलमंत्री को एक क्लिक पर यह भी पता चलेगा कि कितनी ट्रेनें तय वक्त से देरी से चल रही हैं और कितनी तय वक्त पर हैं। फिलहाल हालांकि ये सारी जानकारियां रेलमंत्री तक ही होंगी लेकिन आने वाले वक्त में यही जानकारी आम जनता को भी मिल सकती है। रेलमंत्री के लिए उनके कमरे में एक स्क्रीन भी लगाई गई है।
दरअसल, रेलवे के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करने वाली रेलवे की ही कंपनी क्रिस ने एक ई दृष्टि नामक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसके जरिए रेलमंत्री अपने कमरे से ही न सिर्फ यात्रियों के लिए तैयार होने वाले खाने बल्कि रेल के बड़े प्रॉजेक्टस पर भी नजर रख सकेंगे। अब तक रेलमंत्री को कोई जानकारी लेने के लिए या तो उन्हें खुद जाना होता था या फिर फाइल पर उनके समक्ष जानकारी उपलब्ध कराई जाती थीं। लेकिन ई-दृष्टि के जरिए अब खुद रेलमंत्री अपनी आंखों से ही न सिर्फ खाना पकता देख सकेंगे बल्कि प्रॉजेक्टों और ट्रेनों की स्थिति भी देख सकेंगे। इस सॉफ्टवेयर को रेलवे के उन बेस किचन से भी कनेक्ट किया गया है, जहां यात्रियों के लिए खाना तैयार किया जाता है।
इसी तरह से रेलमंत्री एक ही क्लिक पर यह भी देख सकेंगे कि रेलवे के कितने पैसेंजर रिजर्व ट्रेनों के लिए टिकट ले रहे हैं और कितने अनरिजर्व रेल टिकट बिक रही हैं। रेलवे कितनी माल ढुलाई कर रहा है और उसकी यात्री टिकटों से कितनी आमदनी हो रही है। ये सारी जानकारियां पलक झपकते ही रेलमंत्री को मिलेगी। रेलवे के एक टॉप अफसर का कहना है कि हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है लेकिन संकेत यह है कि आने वाले दिनों में यही जानकारी जनता को भी उपलब्ध हो और वे भी बेस किचन में खाना पकते देख सकें।
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