मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर सोमवार देर रात हुई एक बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव अंशू प्रकाश के साथ आप विधायकों की मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। दिल्ली पुलिस ने अंशु प्रकाश की शिकायत पर आप विधायक अमानतुल्लाह खान व अन्य के खिलाफ आपराधिक मामलों में एफआईआर दर्ज कर ली है।यह मामला अब गृह मंत्री तक जा पहुंचा है और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस पूरे विषय पर दुख जताया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ जो हरकत की गई है उससे वह बहुत दुखी हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को सम्मान के साथ और बिना डरे काम करने का माहौल प्रदान करना चाहिए। इस मामले में गृहमंत्रालय ने दिल्ली के उपराज्यपाल से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने आगे कहा कि न्याय जरूर होगा। उन्होंने बताया कि दानिक्स अधिकारियों और डीएएसएस अधिकारियों का एक दल आज मुझसे मिला और स्थिति को संभालने की बात कही है।इस मामले पर पहली बार सामने आए मनीष सिसोदिया भी पार्टी लाइन पर कायम रहे। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव का आरोप बेबुनियाद है। उनके साथ कोई हाथापाई नहीं हुई है और उन्हें राशन वितरण प्रणाली को सुचारु रूप से कैसे चलाया जाए इसके बारे में बात करने के लिए बुलाया गया था। वहीं गृहमंत्री से मिलकर बाहर निकले डीएएसएस के अधिकारी दल ने कहा कि जब तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती वो काम शुरू नहीं करेंगे। आज हम राजघाट से कैंडल मार्च निकालेंगे। अधिकारी डीएन सिंह ने आगे कहा कि गृहमंत्री ने कहा है कि उन्होंने रिपोर्ट मांगी है।आम आदमी पार्टी का कहना है कि उन्होंने ढाई लाख राशन कार्ड धारकों को राशन ना मिलने के कारण मुख्य सचिव के साथ बैठक की थी।हालांकि उन्होंने माना है कि आप विधायक और प्रमुख सचिव के बीच में गरमा-गरम बहस जरूर हुई थी, लेकिन उनसे किसी तरह की बदसलूकी की बात बेबुनियाद है। इसके साथ ही आप का दावा है कि उनके पास इस बैठक की वीडियो भी है जिससे सब साफ हो जाएगा। मुख्य सचिव के साथ हुई बदसलूकी के बाद विरोध में आज दिल्ली एडमिनिस्ट्रेटिव सबॉर्डिेनेट सर्विसेज के अधिकारी हड़ताल पर चले गए हैं। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होती वह काम शुरू नहीं करेंगे।