तस्वीर में लाल जोड़ा पहने दिख रही
लक्ष्मी ने कभी प्यार के सपने नहीं देखे थे। शादी का तो कभी उसे ख्याल तक नहीं आया। वजह सिर्फ इतनी थी कि लक्ष्मी के बचपन से ही हाथ और पैर दोनों नहीं थे। मां ने भी उसकी शादी को लेकर आस छोड़ दी थी, लेकिन जब रब ने बना दी जोड़ी तो फिर प्यार तो आपके कदमों में खुद ही आ जाता है। इसका जीता जागता उदाहरण है ये कपल। भगवान के मंदिर में लक्ष्मी को विनोद के रूप में अपना जीवनसाथी मिल गया। और एक बेइंतहां मोहब्बत करने वाला साथी। विनोद को लक्ष्मी से इस कदर प्यार हो गया कि उसने लक्ष्मी से शादी का प्रपोजल रख दिया।
पंजाब के मोहाली में हुई अनोखी शादी के गवाह कई लोग बने और जोड़े को आशीर्वाद दिया। आदर्श नगर निवासी विनोद और लक्ष्मी ने डेढ़ साल तक चले रिलेशन के बाद एक दूसरे को जीवनसाथी चुन लिया और शादी कर ली। एक संस्था चलाने वाले अशोक कुमार ने इनकी फैमिली से बात की और शादी के लिए मनाया। वहीं एक दूसरे का हाथ थामकर लक्ष्मी और विनोद बेहद खुश हैं। दोनों अब एक दूसरे को पूरा महसूस कर रहे हैं। विनोद का कहना है कि लक्ष्मी से उनकी मुलाकात मंदिर में हुई थी। बातचीत का दौर शुरू हुआ और करीब डेढ़ साल से हम एक दूसरे से मिल रहे थे। मुलाकातों का दौर कब प्यार में बदल गया, पता नहीं चला। फाइनली हम दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया।
इनकी अनोखी लव स्टोरी उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो चेहरे से प्यार करते हैं। इसलिए कहा जाता है- प्यार उससे करो जो आपका दिल देखे, चेहरे से प्यार करने वाले तो बहुत मिल जाएंगे।