धनबाद। जिले के नगर निगम के दो दर्जन से अधिक पार्षद ने बीजेपी विधायक राज सिन्हा और विधायक अरूप चटर्जी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री रघुवर दास और नगर विकास मंत्री सीपी सिंह से रांची में मुलाक़ात की। निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार, कुव्यवस्था एवं हिटलरशाही के खिलाफ अपनी मांगों को पार्षदों ने मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। मुख्यमंत्री ने सीपी सिंह को धनबाद सहित पूरे राज्य के नगर निगम की समीक्षा बैठक बुलाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में पार्षदों ने कहा कि नगर निगम में एकक्षत्र राज कायम है। वनमैन के रूप में निगम में विकास का कार्य चल रहा है। चुनाव के तीन साल बीत जाने के बाद भी किसी भी जनप्रतिनिधि की निगम में कोई बात नहीं सुनी जाती है।
इन तीन सालों में दस से पंद्रह बैठकें बोर्ड और स्थायी कमिटी की हो चुकी है। लेकिन इन बैठकों में झारखंड नगरपालिका एक्ट का पालन नहीं किया जा रहा है। पार्षदों ने निगम के अधिकारियों पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। पार्षदों का कहना है कि किसी वार्ड में करोड़ों की योजना का काम चल रहा है तो किसी वार्ड में लाख रुपए की योजना पारित नहीं हो पा रही है।
विधायक राज सिन्हा ने कहा जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। चुने हुए प्रतिनिधियों को निगम में सम्मान मिलना चाहिए। मासस विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि निगम की यह हठधर्मिता है। निगम के फंड पर सभी पार्षदों को सामान अधिकार मिलना चाहिए। जनता के चुने हुए ये प्रतिनिधि है इन्हें भी अपने क्षेत्र में विकास का मौका मिलना चाहिए।
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