रेलवे मॉनसून की तैयारियों में जुट गया है। मॉनसून के मद्देनजर रेल पटरी की सुरक्षा पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। बरमसिया ओवरब्रिज के किनारे से अतिक्रमण हटाकर रेल लाइन को सुरक्षित किया जा रहा है। इसी रास्ते से धनबाद-हावड़ा रेलवे ट्रैक गुजरी है। पिछले साल बरसात के दिनों में यहां मिट्टी सरक कर आ गई थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया था। वर्ष-2017 में बरसात के दिनों में बांस-बल्ली और बोरा लगाकर बरमसिया ओवरब्रिज के बगल से मिट्टी सरकने से रोका गया था। यहां करीब 700 मीटर तक मिट्टी का ढेर (ओवर बर्डन) है। मिट्टी के ढेर पर खटाल और घर हैं। लगातार बारिश होने पर मिट्टी बाहर कर रेल पटरी पर गिरनी लगती है। रेलवे खटाल और घर तोड़ कर यहां की मिट्टी को समतल किया जा रहा है। मिट्टी समतल करने के बाद पत्थर और दीवार (रिटेनिंग वॉल) से मिट्टी सरकने से रोका जाएगा। दीवार निर्माण के लिए रेलवे यहां से खटाल और घरों को हटा रहा है। बरसात को देखते हुए धनबाद रेल मंडल में हर जगह पेड़ों की छंटाई हो रही है। रेल पटरी के बगल के पेड़ों की टहनियां छांटी जा रही हैं। जहां जलजमाव (वाटर लागिंग) होता है, वहां छाई गद्दा से मिट्टी ले जाकर डाला जा रहा है, ताकि रेल पटरी पर पानी जमने से ट्रेनों का परिचालन बाधित नहीं हो। मॉनसून के लिए विशेष पेट्रोलिंग टीम भी बनाई गई है। पेट्रोलिंग टीम विशेषकर बरसात के मद्देनजर रेल पटरियों के आपपास के क्षेत्र का दौरा कर रही है।
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