समय न्यूज़ 24 डेस्क
अब बेधड़क चल सकेंगी ट्रेन, गुलज़ार रहेगी डीसी लाइन
धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन से छेड़छाड़ किए बिना इसके आसपास अवस्थित खदानों से कोयला निकालेगी। रेललाइन के पास किस तरह से कोयले का उत्खनन किया जा सकेगा, इसे लेकर सीएमपीडीआईएल ने 9328 करोड़ रुपए की प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है। कंपनी डीसी लाइन को बाधित किए बिना सात ओपेनकास्ट परियोजनाओं को पुनर्गठित कर कोयला निकासी का काम शुरू करेगी। सभी ब्लॉकों की गहराई 300 मीटर तक रखी गई है, जहां से डीसी लाइन ब्लॉक के डीप से नहीं गुजरती है एनएफइस संबंध में सीएमपीडीआईएल ने एकीकृत मुराईडीह, शताब्दी, फुलारीटांड़ कोलियरी को मिलाकर
ब्लॉक सी का गठन किया है। इसकी तकनीकीआर्थिक विश्लेषण रिपोर्ट तैयार की गई है। इस नई परियोजना से अगले 10 साल तक अधिकतम 7.30 मिलियन टन सालाना कोयले का उत्पादन होगा। डीसी लाइन को भूमिगत आग के खतरे के
कारण 15 जून 2017 को बंद कर दिया गया था। इस वजह से एक साथ 26 जोड़ी ट्रेनें बेमियादी रद्द हो गई थीं। 25 फरवरी 2019 से फिर यह लाइन चालू हुई।
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