समय न्यूज़ 24 डेस्क
धनबाद में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए न्यायाधीश के आदेश ओर धनबाद 28 कोर्ट व फिजिकल कोर्ट को बंद कर दिया गया है. धनबाद बार को चारों और से सील कर दिया गया है. साथ ही क्लाइंट को अंदर आने की अनुमति नहीं है. जिससे काफी कम संख्या में वकील भी आ रहे हैं और कोर्ट परिसर पूरी तरह से खाली नजर आ रहा हैं. वहीं वकीलों का कहना है कि फिजिकल कोर्ट बंद होने से हम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है अब जब क्लाइंट ही नहीं आएगा तो हम लोग का रोजी रोजगार ही है पूरी तरह से छिन जाएगा सिर्फ ऑनलाइन कोर्ट चलेगा वह भी बेल से संबंधित जिसमें मुश्किल से 10 मामले की ही सुनवाई हो सकेगी कहा कि पिछले वर्ष भी करोना को लेकर कोर्ट को बंद किया गया था जिससे वकीलों की दयनीय स्थिति हो गई थी जब कोर्ट को खुले कुछ ही दिन हुए थे कि फिर से बंद कर दिया गया है.
बार कोर्ट के अध्यक्ष मुन्ना सहाय ने कहा कि न्यायाधीश के आदेश पर कोर्ट को बंद कर दिया गया है अब सिर्फ ऑनलाइन कोर्ट संचालित होगी लेकिन कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक है इसे भी देखना होगा. कहा की कोर्ट बंद होने से वकीलों की स्थिति दयनीय जरूर होगी इसे लेकर सरकार को भी कुछ पहल करना चाहिए. वही वकील है नीतू रानी ने बताया कि एक तो आने जाने में परेशानी होती है भाड़ा भी खर्च होता है और फिर घूम के चले जाना पड़ता है जब क्लाइंट ही नहीं आएंगे तो हम लोगों आकर क्या काम है इससे तो अच्छा है कोर्ट को पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए. वही यह भी कहा कि जिस तरह से करोना की रफ्तार बढ़ रही है कोई विकल्प ही नजर नहीं आ रहा है
वही वकील अमरनाथ प्रसाद ने कहा कि चारों ओर से कोर्ट को सील कर दिया गया है अब हम लोग पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं ना क्लाइंट आ रहे हैं और ना ही कोई काम हो रहा है ऐसे में हम लोगों के सामने बेरोजगारी की नौबत आ गई है कहा की सील करने से 28 कोर्ट से बार कोर्ट आने जाने में काफी परेशानी होती है जबकि सारा काम दोनों से जुड़ा हुआ है.
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