समय न्यूज़ 24 ब्यूरो रिपोर्ट धनबाद
22 मार्च से बंद सियालदह-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन सोमवार से शुरू हो गया। वापसी में 13अक्टूबर से नई दिल्ली-सियालदह राजधानी एक्सप्रेस चलेगी। पहले दिन सियालदह राजधानी हाउसफुल रही। अगले तीन-चार दिनों तक सबसे ज्यादा मारामारी इस ट्रेन के थर्ड एसी में है। सेकेंड और फर्स्ट एसी में चंद सीटें खाली हैं। धनबाद होकर हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस पहले से ही चल रही है। त्योहारी सीजन के कारण ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। हावड़ा राजधानी में भी लंबी प्रतीक्षा सूची के कारण अतिरिक्त कोच जोड़ना पड़ रहा था।
अब सियालदह राजधानी के चलने से हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस पर दबाव थोड़ा कम होगा।यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने 15 अक्टूबर से रांची-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस को चलाने की भी घोषणा कर दी। इस ट्रेन के चलने से रांची के साथ बोकारो और धनबाद के यात्रियों को हावड़ा जाने की सीधी ट्रेन मिल जाएगी। शताब्दी एक्सप्रेस में टिकटों की बुकिग मंगलवार सुबह आठ बजे से शुरू होगी। काउंटर व ई टिकट दोनों बुक कराए जा सकेंगे। रविवार को छोड़कर अन्य छह दिन ट्रेन चलेगी। 15 से पारसनाथ एक्सप्रेस में टिकटों की बुकिग.20 से चलने वाली भावनगर-आसनसोल पारसनाथ एक्सप्रेस में 15 अक्टूबर से टिकटों की बुकिग शुरू होगी। आसनसोल से यह ट्रेन 22 अक्टूबर से चलेगी।
आज से अप नंदनकानन और डाउन शक्तिपुंज एक्सप्रेस
पुरी से आनंदविहार जानेवाली नंदनकानन एक्सप्रेस बुधवार से चलने लगेगी। डाउन में आनंदविहार से पुरी के लिए इसे अक्टूबर से चलाया जाएगा। इसके साथ ही पूरे 200 दिनों के बाद जबलपुर-हावड़ा शक्तिपुंज एक्सप्रेस भी बुधवार से चलेगी। अप में हावड़ा -जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस नौ अक्टूबर से चलेगी। इसी दिन से पुरी-आनंदविहार नीलांचल एक्सप्रेस भी दोनों ओर से शुरू हो जाएगी। इन ट्रेनों के लिए टिकट बुकिंग तीन अक्टूबर से ही शुरू हो गई थी। अक्टूबर-नवंबर में दुर्गापूजा, दिवाली और छठ की वजह से इन ट्रेनों में अब कंफर्म सीट मिलना मुश्किल है।
गोमो में होगा ठहराव
नंदनकानन एक्सप्रेस का ठहराव गोमो में भी होगा। नीलांचल एक्सप्रेस गोमो और बोकारो दोनों स्टेशन पर रुकेगी। इन दोनों ट्रेनों को पहले की तरह ही चलाया जाएगा। टाइम टेबल में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। दूसरी ओर, धनबाद से खुलने वाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस के तीनों रैक तैयार कर लिए गए हैं। अलेप्पी एक्सप्रेस के छह रैक के मेंटेनेंस का काम भी अंतिम चरण में है। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे बोर्ड से आदेश जारी होते ही ट्रेनें चलने लगेंगी।
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