समय न्यूज़ 24 डेस्क
बकाया मानदेय भुगतान समेत अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में शनिवार को जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए थे। इससे मरीजों को परेशानी हो रही थी।
धनबाद बकाया वेतनमान भुगतान को लेकर हड़ताल पर गए पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर्स काम पर लाैट गए हैं। धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह द्वारा समझाने के बाद रविवार दोहर में हड़ताली डॉक्टरों ने काम शुरू किया। इससे मरीजों और अस्पताल प्रबंधन ने राहत की सांस ली है। अपनी मांगों के समर्थन में शनिवार को जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए थे। इससे मरीजों को परेशानी हो रही थी।
जूनियर डॉक्टर्स (जेआर) की हड़ताल को देखते हुए रविवार सुबह डीसी उमाशंकर सिंह पीएमसीएच पहुंचे। यहां पीएमसीएच प्रबंधन, जिला प्रशासन और हड़ताली जूनियर डॉक्टरों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई। डीसी ने कहा कि कोरोना वायरस जैसे महामारी में डॉक्टरों की भूमिका काफी अहम है। वह फ्रंटलाइन योद्धा हैं। ऐसे में इस मुश्किल वक्त में समाज की सबसे ज्यादा जरूरत है। ऐसी परिस्थिति में हड़ताल पर जाना उचित नहीं है। इस दौरान हड़ताली डॉक्टरों ने अपनी पीड़ा बताई। डॉक्टरों का कहना था कि फरवरी माह का मानदेय उन लोगों को नहीं मिला है। कई बार प्रबंधन से अपील की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लिहाजा बाध्य होकर सभी हड़ताल पर गए हैं। डीसी ने आश्वासन दिया कि मुख्यालय को पत्र लिखा गया है। जल्द मानदेय आवंटित करने की अपील की गई है। डीसी की अपील के बाद डॉक्टर दोपहर बाद काम पर लौट गए हैं।
अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा चरमराई
जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण शनिवार को अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई। रविवार सुबह भी मरीज परेशान थे। हड़ताल को देखते हुए डीसी पीएमसीएच पहुंचे। पीएमसीएच प्रबंधन ने बताया कि जूनियर डॉक्टरों की दो प्रमुख मांगे हैं। एक मांग-फरवरी माह का मानदेय नहीं मिलना। दूसरी मांग-दूसरे मेडिकल कॉलेज से कम मानदेय का मिलना। इन दोनों मुद्दे के बारे में मुख्यालय से बातचीत करने की सहमति जताई गई। इधर, हड़ताल पर जाने से अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई। सबसे ज्यादा प्रभावित ओपीडी, इंडोर और इमरजेंसी रहा।
नहीं आया था मानदेय
वर्ष 2019 में जूनियर डॉक्टरों के मानदेय के लिए जो फंड आया, वह जनवरी 2019 तक ही था। फरवरी का मानदेय का पैसा नहीं था। लिहाजा एक माह का मानदेय जूनियर डॉक्टरों को नहीं मिला। 6 महीने के बाद भी फरवरी का मानदेय नहीं मिलने पर जूनियर डॉक्टरों ने विरोध शुरू कर दिया है।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग पहुंचे डीसी, प्राचार्य से ली जानकारी
वार्ता के बाद डीसी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार से कोरोना वायरस की जांच संबंधी कई जानकारी। इसके बाद डीसी खुद माइक्रोबायोलॉजी विभाग पहुंचे। यहां पर काम कर रहे डॉक्टर और कर्मचारियों से बातचीत की। 1 दिन में जांच की संख्या, सैंपल करने में समय, अन्य समस्याओं के बारे में पूछा। डीसी ने कमियों को दूर करने का आश्वासन किया। जांच सैंपल समय पर देने को निर्देश दिया।
डीसी की अध्यक्षता में वार्ता हुई है। जूनियर डॉक्टरों की समस्या से सभी अवगत हुए। फिलहाल उनकी मांगों को लेकर मुख्यालय को लिखा गया है। सभी लोग काम पर लौट आए हैं।
-डॉ एके चौधरी, अधीक्षक पीएमसीएच, धनबाद
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