समय न्यूज़ 24 डेस्क
बेलगढिय़ा में जो धर्मांतरण हुआ है उससे झारखंड की मिशनरियों का कोई लेना-देना नहीं। बेलगढिय़ा चर्च के लोग तमिलनाडु के चर्च से जुड़े हैैं। इसके पीछे तमिलनाडू के लोगों का हाथ है।
धनबाद अग्नि प्रभावित झरिया से विस्थापित होकर बेलगढिय़ा टाउनशिप में पुनर्वासित किए गए जरूरतमंद लोगों के धर्मांतरण पर ईसाई मिशनरियों के बीच भी मतभेद हैं। इनमें अब झारखंडी और गैर झारखंडी का भाव देखने को मिल रहा है। झारखंड में प्रोटेस्टेंट मत को मानने वाली ईसाई की बड़ी आबादी चर्च ऑफ नार्थ इंडिया (सीएनआइ) से जुड़ी है। इसका मुख्यालय रांची में है। इसी तरह धनबाद में रहने वाले कैथोलिक ईसाइयों की प्रभावी संस्था रोमन कैथोलिक केथेड्रल है, जिसका मुख्यालय जमशेदपुर में है। इन दोनों संगठनों के धनबाद में चर्च हैं, जो 100 साल से भी अधिक पुराने हैं। दोनों संगठनों के प्रतिनिधियों का दावा है कि बेलगढिय़ा में जो धर्मांतरण हुआ है, उससे झारखंड की मिशनरियों का कोई लेना-देना नहीं। बेलगढिय़ा चर्च के लोग तमिलनाडु के चर्च से जुड़े हैैं। वहां के धर्मांतरण के पीछे तमिलनाडू के लोगों का हाथ है।
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