कतरास बाज़ार के राजगढ़िया परिवार के विमला देवी की आँख मरणोपरांत पीएमसीएच को दान किया गया| डॉ. डीबी महतो तथा टेक्नीशियनत्रिभुवन सिंह व रमेश प्रसाद ने नेत्र से आवशयक अंग को सुरक्षित निकला| राजगढ़िया परिवार के संकल्प के अनुसार बेटे कैलाश चन्द्र राजगढ़िया व परिवार की सहमती से यह तीसरा नेत्रदान है, इससे पूर्व स्वर्गीय देवी प्रसाद राजगढ़िया ने 23 मार्च 2012 को रांची के कश्यप आई अस्पताल में नेत्रदान किया था| उसके बाद 21 जून 2014 को स्व. प्रकाश चन्द्र राजगढ़िया ने नेत्रदान किया था |
सामाजिक कार्यकर्ता तथा खुद देहदान करने वाले अंकित राजगढ़िया ने बताया कि नेत्रदान से बड़ा कोई दान नही है मर कर भी दो लोगो के आंखों में जिंदा रहने का यह अवसर है।2 नेत्रहीन दुनिया को देख पाएंगे इससे बड़ी बात और क्या होगी।
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