धनबाद- 11 अप्रैल 2017 को न्यायिक हिरासत में जाने के बाद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पहली बार अपनी धर्म पत्नी रागिनी सिंह से बात की। दस मिनट तक चली वार्ता में पूर्व विधायक लॉक डाउन की अवधि में कोयलांचल की जनता को कोई परेशानी न हो, इस मुद्दे पर ही ज्यादा समय तक अपनी पत्नी से बात करते रहे।लॉक डाउन की अवधि में जेल में बन्द बंदियों से किसी के भी मुलाकात पर रोक लगी हुई है। वैसे भी अपने चचेरे भाई नीरज सिंह एवम अन्य की हत्या के आरोप में ग्यारह अप्रैल 2017 से जेल जाने के बाद संजीव सिंह और रागिनी सिंह की एक बार भेंट हुई थी। पिछले विधान सभा चुनाव के वक्त संजीव सिंह और रागिनी सिंह ने झरिया विधान सभा क्षेत्र से एक ही दिन नामांकन पत्र दाखिल किया था। उसी वक्त दोनों की मुलाकात हुई थी।वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप बढ़ते देख जब पूरे देश में लॉक डाउन लगा, तब जेल प्रशासन ने बंदियों के मुलाकात पर रोक लगाने का फरमान जारी किया था। लॉक डाउन लगने के बाद धनबाद जेल में बन्द पूर्व विधायक संजीव सिंह ने आज अपनी पत्नी रागिनी सिंह से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बात किया। चूँकि रागिनी सिंह लॉक डाउन की अवधि में कोयलांचल के अलग अलग क्षेत्रो में जाकर जरूरतमंद लोगों के बीच राशन, भोजन, मास्क, सेनेटाइजर, बिस्किट, पानी इत्यादि सामान लगातार बाँट रही हैं तो आज मौका मिलने पर पूर्व विधायक संजीव सिंह ने अपनी पत्नी रागिनी से अधिक समय तक इसी मुद्दे पर बात किया।पूर्व विधायक संजीव ने रागिनी से स्पष्ट कहा कि क्षेत्र में किसी को कोई जरूरत पड़े, उसे यथा सम्भव पूरा करें।जनता को किसी तरह की परेशानी न हो।कोई गरीब, जरूरतमंद भूखा न रहे, इसपे हमेशा सजग रहना।
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