कोयला मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन में उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है. वेतन नहीं मिलने के कारण उनके परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
धनबाद. लॉकडाउन (Lockdown) में मजदूरी नहीं मिलने से नाराज 60 से ज्यादा कोयला मजदूर खदान के अंदर धरना पर बैठ गये. इससे शनिवार को झरिया के चासनलाल स्थित सेल के खदान काम ठप हो गया. सूचना मिलते ही सेल प्रबंधन के लोग आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और मजदूरों को समझाने की कोशिश की, लेकिन मजदूर नहीं मान रहे थे. बाद में काफी मान मनोवल के बाद मजदूरों ने धरना समाप्त किया. सेल प्रबंधन ने आउटसोर्सिंग कंपनी को इन्हें तत्काल वेतन भुगतान करने का निर्देश दिया है.
दिन के शिफ्ट में काम छोड़कर धरना पर बैठे मजदूर
दरअसल इन मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान अबतक वेतन नहीं दिया गया है. इससे नाराज मजदूरों ने आंदोलन छेड़ दिया. वेतन की मांग को लेकर ठेका मजदूर शनिवार को दिन के शिप्ट में खदान के अंदर गए और काम छोड़कर धरना पर बैठ गए. इसकी भनक सेल प्रबंधन और ठेका संचालकों को मिलने का बाद वे सभी भागे-भागे मौके पर पहुंचे. करीब दो घंटे की मान-मनोवल के बाद मजदूरों ने अपना धरना खत्म कर खदान से
वेतन नहींं मिलने से घर चलाने में परेशानी
ठेका मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन में उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है. वेतन नहीं मिलने के कारण उनके परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. कोई मददगार भी सामने नहीं आ रहा है. जिनके के लिए काम करते हैं, वह आउटसोर्सिंग कंपनी भी वेतन भुगतान को लेकर गंभीर नहीं दिख रही. ऐसे में बाध्य होकर धरने पर बैठना पड़ा.
सेल प्रबंधन ने आउटसोर्सिंग कंपनी के संचालक से बात कर इन श्रमिकों को तुरंत भुगतान करने का आदेश दिया. आउटसोर्सिंग कंपनी के संचालक, यूनियन प्रतिनिधि एवं सेल प्रबंधन को लोग खदान के अंदर जाकर श्रमिकों को समझाया, जिसके बाद श्रमिकों ने धरना खत्म किया.
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